वाराणसी के मोहल्लों में उपलब्ध होगी स्वास्थ्य सुविधा, दवा संग मरीजों को मिलेगा प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत करने वाला काढ़ा
वाराणसी में 16 जुलाई से संचालित मोबाइल वार्ड क्लीनिक के माध्यम से लोगों को उनके मोहल्ले में ही स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
वाराणसी, जेएनएन। शहरी क्षेत्र में 16 जुलाई से संचालित मोबाइल वार्ड क्लीनिक के माध्यम से लोगों को उनके मोहल्ले में ही स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। वार्ड क्लीनिक पर स्थिती स्पष्ट करते हुए सीएमओ डा. वीबी सिंह ने कहा कि इसके माध्यम से स्वास्थ्य टीम केवल कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण मसलन खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ वाले लोगों की पहचान करेगी। संदिग्ध मरीजों को नजदीकी हास्पिटल में भेजकर या अलग से गठित टीम को मौके पर बुलाकर उनका नमूना लैब में भिजवाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज को तत्काल कोविड अस्पताल के लिए रेफर करने की भी जिम्मेदारी टीम की है।
मोबाइल मेडिकल टीमों द्वारा संग्रह किए जाते हैं सैंपल
बताया कोरोना जांच के नमूने कोविड अस्पताल में या अलग से गठित मोबाइल मेडिकल टीमों द्वारा संग्रह किए जाते हैं और लैब में उनका परीक्षण कराया जाता है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज भी निर्धारित हॉस्पिटल में ही किया जाता है। वर्तमान में ए-सिम्प्टोमेटिक यानी बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज जो आॢथक रूप से संपन्न हैं और इलाज में आने वाले खर्च वहन करने में सक्षम हैं, उनके लिए सारनाथ स्थित मैरिडियन हॉस्पिटल, मैदागिन चौराहा स्थित मिडविन निजी हॉस्पिटल व नदेसर स्थित गुप्ता इन होटल को चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता के साथ चिन्हित किए गए हैं।
पॉजिटव मरीजों को होम आइसोलेशन का नहीं है प्रावधान
डा. वीबी सिंह ने बताया कि कोविड पॉजिटिव मरीजों के होम आइसोलेशन या अन्य अस्पतालों में इलाज का प्रावधान ही नहीं है। कहा जो व्यक्ति डायबिटीज, हाईपरटेंशन, हार्ट, किडनी, टीबी इत्यादि गंभीर रोगों से ग्रसित हैं और इनका इलाज पहले से करा रहे हैं, उन्हेंं तत्काल स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए मोबाइल वार्ड क्लीनिक के चिकित्सकों द्वारा उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। साथ ही उन्हेंं उचित परामर्श देते हुए जरूरत के मुताबिक मुफ्त दवाएं दी जा रही हैं। गंभीर रोगियों को अग्रिम जांच एवं इलाज के लिए नजदीकी चिकित्सालयों में रेफर किया जाएगा, ताकि उनका त्वरित जांच एवं उपचार समय से सुनिश्चित हो सके। वार्ड क्लीनिक के डाक्टर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, कालाजार आदि रोगों से ग्रसित व्यक्तियों का भी लक्षणों के आधार पर पहचान करते हुए निश्शुल्क दवा दी जा रही है।
प्रतिरोधकता बढ़ाने के लिए दिया जा रहा काढ़ा
मोबाइल वार्ड क्लीनिक में शुगर, रक्तचाप, शरीर के तापमान, ऑक्सीजन स्तर की निश्शुल्क जांच की व्यवस्था है। रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव डा. संजय राय ने बताया कि जनपद के आयुर्वेदिक एवं होम्योपेथिक विभाग की देखरेख में इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा इम्युनिटी बूस्टर आयुर्वेदिक काढ़ा एवं होम्योपेथिक दवाएं भी निश्शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है।
घर पर इलाज की नहीं है इजाजत : डीएम
सोशल मीडिया पर कोरोना संक्रमित मरीजों के होम आइसोलेशन संबंधी खबरों को लेकर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने शुक्रवार को स्थिति स्पष्ट की। कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों को घर में रहकर उपचार कराए जाने की इजाजत नहीं है। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों की कोई कमी नहीं है। वहीं होम आइसोलेशन पूरी तरह बंद है। कोरोना संक्रमित मरीज का उपचार हर हाल में कोविड अस्पताल में ही होगा, जिसके लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने मुकम्मल इंतजाम कर रखे हैं।