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मुख्तार अंसारी के गजल होटल में एचडीएफसी बैंक भी अवैध निर्माण के दायरे में, अभी तक नहीं मिला कोई नोटिस

गाजीपुर के महुआबाग स्थित गजल होटल को गिराने का आदेश जारी होते ही एसडीएफसी बैंक के कर्मी सहित भूतल पर कटरे में दुकान चला रहे दुकानदार भी चिंतित हो गए हैं। अभी तक ना तो बैंक और ना किसी दुकानदार को ही इस बारे में कोई नोटिस मिला है

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 06:28 PM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 06:28 PM (IST)
मुख्तार अंसारी के गजल होटल में एचडीएफसी बैंक भी अवैध निर्माण के दायरे में, अभी तक नहीं मिला कोई नोटिस
गाजीपुर नगर के महुआबाग स्थित गजल होटल।

गाजीपुर, जेएनएन। नगर के महुआबाग स्थित गजल होटल को गिराने का आदेश जारी होते ही एसडीएफसी बैंक के कर्मी सहित भूतल पर कटरे में दुकान चला रहे दुकानदार भी चिंतित हो गए हैं। अभी तक ना तो बैंक और ना किसी दुकानदार को ही इस बारे में कोई नोटिस मिला है, जबकि प्रशासन के फैसले के अनुसार ऊपरी तल को पूरी तरह ध्वस्त किया जाना है। इसी तल पर एचडीएफसी बैंक भी है। नीचे स्थित इसका एटीएम भी अवैध निर्माण के दायरे में है।

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शासन के निर्देश पर मुख्तार अंसारी के खिलाफ चल रहे चौतरफा कार्रवाई से उसके समर्थकों व करीबियों की बेचैनी काफी बढ़ गई है। पिछले चार माह से जिला प्रशासन द्वारा आएदिन कोई न कोई, कहीं न कहीं कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत गजल होटल के नक्शे व जमीन के खरीद फरोख्त में तमाम अनियमितता मिलने पर सदर एसडीएम की कोर्ट ने गुरुवार की शाम इसे गिराने का आदेश जारी कर दिया। प्रशासन का आदेश है कि इसे एक सप्ताह में ध्वस्त कर दिया जाएगा, लेकिन बैंक के अधिकारियों का कहना है कि अभी हमें किसी प्रकार का कोई नोटिस आदि नहीं मिला है। हालांकि मीडिया के माध्यम से मिली जानकारी पर उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।

इधर, निचले तल पर स्थित सीढ़ी से आगे का कुछ हिस्सा भी अवैध निर्माण के दायरे में है, जिसमें एचडीएफसी बैंक का एटीएम भी आ सकता है। सदर एसडीएम के फैसले के अनुसार भूतल पर भी कुछ हिस्से पर निर्माण अवैध ही है। कौन अवैध निर्माण सही है और कौन नहीं। किसकी दुकान गिरेगी और किसकी नहीं। इसे लेकर दुकानदारों में उहापोह है।

नीचे जो हिस्सा अवैध है वहां शीघ्र ही नोटिस चस्पा कर दी जाएगी

गजल होटल के ऊपरी तल को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा और नीचे का कुछ हिस्सा। नीचे जो हिस्सा अवैध है वहां शीघ्र ही नोटिस चस्पा कर दी जाएगी।

- प्रभास कुमार, सदर एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट।


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