वाराणसी में संकटहरण हनुमान से बेटियों ने लगाई गुहार, महिलाओं की सुरक्षा हेतु सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ
बलात्कारियों से बेटियों की रक्षा के लिए शिवाला स्थित ज्ञान हनुमान मंदिर में संकटहर्ता से महिलाओं के संकट हरण के लिए विशेष पूजा आराधना और सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया।
वाराणसी, जेएनएन। कहते हैं सारे रास्ते बंद होने पर भगवान के दरबार का रास्ता ही शेष बचता है। ऐसा ही कुछ रविवार को भगवान शिव की नगरी काशी में देखने को मिला जहां पिछले 20 साल से कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान चला रही सामाजिक संस्था आगमन ने समाज मे महिलाओं पर बढ़ते अपराध और बलात्कारियों से उनके रक्षा के लिए शिवाला स्थित ज्ञान हनुमान (छोटे हनुमान) मंदिर में संकटहर्ता से महिलाओं के संकट हरण के लिए विशेष पूजा आराधना और सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया।
भगवान से दुष्कर्म पीड़ित परिवार को सम्बल देने, सरकार को शक्ति और दुराचारियों को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की गई। अपने इस अभिनव अभियान के तहत संस्था के सदस्य सम्मानित बनारसियों संग शहर के विभिन्न हनुमान मंदिरों में प्रभु का पूजन अर्चन कर हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ भी करेंगे। इसकी शुरुआत शिवाला स्थित हनुमान मंदिर से की गयी है। इस अभियान की श्रृंखला के तहत संस्था काशी के हनुमान मंदिरों में यात्रा और हनुमान चालीसा का पाठ किया करेगी।
आगमन संस्था के संस्थापक सचिव डॉ. संतोष ओझा के नेतृत्व में सबसे पहले मंदिर के पुजारी बबलू पाठक ने अंजनी पुत्र का षोडषोचार पूजन कराया तत्पश्चात हनुमान चालीसा का पाठ आरम्भ हुआ। कार्यक्रम के अंत में बेटियों को सुरक्षित रखने, पीड़ित बेटियों के परिजनों को मानसिक संबल देने के साथ ही विकृत मानसिकता के पुरुषों को सद्बुद्धि देने का निवेदन किया गया। पूजन- अर्चन और सामूहिक पाठ में डॉ. संतोष ओझा, बबलू पाठक, वी. पी. सिंह, हरिकृष्ण, रजनीश सेठ, अभिषेक जायसवाल, महिला विंग की अध्यक्षा रचना श्रीवास्तव, अरुण ओझा, जितेंद्र जादूगर, सन्नी कुमार, शिव कुमार, अनूप गुप्ता, मनोज सेठ, कृष्णमोहन पांडेय, गोपाल शर्मा आदि मौजूद थे।