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हज यात्रा सब्सिडी से मुक्त, नियमों में फेरबदल

जागरण संवाददाता, वाराणसी : सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी इस ब

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Nov 2017 08:08 PM (IST)Updated: Tue, 21 Nov 2017 08:08 PM (IST)
हज यात्रा सब्सिडी से मुक्त, नियमों में फेरबदल
हज यात्रा सब्सिडी से मुक्त, नियमों में फेरबदल

जागरण संवाददाता, वाराणसी : सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी इस बार पूरी तरह से खत्म कर दी गई है। वहीं चौथी बार हज फॉर्म भरने वाले को भी लाटरी का सामना करना पड़ेगा। 45 वर्ष से अधिक उम्र की चार महिलाएं एक साथ बिना मेहरम के हज पर जा सकती हैं लेकिन इसके लिए उनके मसलक की रजामंदी जरूरी है।

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सेंट्रल हज कमेटी के सदस्य व वाराणसी इंबारर्केशन केंद्र के को-आर्डिनेटर डा. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि सब्सिडी खत्म होने व नियमों में कुछ फेरबदल के कारण परेशानियों से बचने के लिए हज यात्रा-2018 की तैयारियां लगभग दो माह पहले ही शुरू कर दी गई हैं। इसी के तहत 15 नवंबर से आवेदन मांगे जा रहे हैं। पूर्वाचल के 16 जिलों के जायरीन पहले की तरह वाराणसी इंबार्केशन केंद्र से ही हज यात्रा पर जा सकेंगे। देश के कुल 21 इंबार्केशन केंद्रों में से वाराणसी समेत 10 केंद्रों पर विकल्प के रूप में नजदीकी मेट्रो इंबार्केशन केंद्र के नाम भरने की सुविधा इस बार आवेदन फॉर्म में दी गई है। इसके तहत पूर्वाचल के 16 जिलों के जायरीन वाराणसी के साथ ही लखनऊ इंबार्केशन केंद्र को विकल्प के रूप में भर सकते हैं। 70 वर्ष से अधिक उम्र के जायरीनों की लाटरी नहीं की जाएगी। उनके सहयोगी के रूप में पहले की तरह ही कोई भी जा सकता है। ग्रीन और अजीजिया दोनों वर्ग में जायरीनों के रुकने का प्रबंध रहेगा। सऊदी सरकार के नए नियम के अनुसार एक कवर में अधिकतम चार लोगों को ही शामिल किया जाएगा। हज के दौरान होने वाली कुर्बानी का विकल्प पहले की तरह बना रहेगा।

ऐसे करें आवेदन :

-ऐसे जायरीनों के ही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे, जिनके पास सात दिसंबर 2017 को या उससे पहले जारी हुआ अंतरराष्ट्रीय पासपोर्ट हो, जिसकी वैधता 14 फरवरी 2019 तक हो। डा. जावेद के अनुसार हज फॉर्म ऑनलाइन, मोबाइल एप, छपे हुए फार्म या फार्म की छायाप्रति को भरकर 300 रुपये का चालान हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी खाते में जमा करना होगा। फार्म की हार्ड कॉपी को चालान की छायाप्रति व आवश्यक दस्तावेज के साथ लखनऊ स्थित स्टेट हज कमेटी कार्यालय में जमा करें। जनवरी के पहले सप्ताह में हज पर जाने वाले जायरीनों की लाटरी करा ली जाएगी। वहीं जनवरी में ही हज प्रशिक्षक व खादिमुल हुज्जाज के लिए ट्रेनिंग आयोजित होंगे।


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