भदोही के ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्र भेजे गए जेल, सीजेएम कोर्ट में किए गए पेश
मध्य प्रदेश के मालवा में गिरफ्तार विधायक विजय मिश्र को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में लेकर उन्हें जेल भेज दिया गया।
भदोही, जेएनएन। मध्य प्रदेश के आगर मालवा में गिरफ्तार विधायक विजय मिश्र को कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने न्यायिक अभिरक्षा में लेकर उन्हें जेल भेज दिया जबकि मीरजपुर-सोनभद्र एमएलसी और उनकी पत्नी रामलली मिश्र अभी भी फरार हैं। उनकी तलाश में प्रयागराज, मीरजापुर और भदाही पुलिस तलाश में जुटी हुई है। सुरक्षा को लेकर जिले की सीमाएं सील कर दी गई थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई थी।
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कौलापुर निवासी कृष्णमोहन तिवारी ने विधायक मिश्र, उनकी पत्नी और कारोबारी पुत्र विष्णु मिश्र के खिलाफ भवन पर कब्जा, फर्म हड़पने, जान से मारने की धमकी देने और चेक पर जबरिया हस्ताक्षर कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों को छोड़कर रामलली मिश्र फरार हो गईं जबकि विधायक महाकाल दर्शन करने निकल गए थे। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह फरार होने के फिराक में है। आगर मालवा पुलिस ने उन्हें रोक लिया था। रविवार को भदोही पुलिस ने आगर मालवा से कड़ी सुरक्षा के बीच लाकर कोर्ट में पेश किया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आशुतोष की अदालत ने जेल भेज दिया। इसके पहले विधायक का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपीगंज में स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। ज्ञानपुर नगर को सील कर दिया गया। इसके बाद भी बड़ी संख्या में समर्थक आसपास डटे रहे। एसपी रामबदन ङ्क्षसह ने बताया कि अदालत के आदेश पर विधायक को जेल भेज दिया गया है।
हिरासत में लिए गए तीन लोग लापता
आगर मालवा में विधायक विजय मिश्र के साथ हिरासत में लिए गए तीन अन्य लोग लापता हैं। पुलिस ने तीनों को सीजेएम कोर्ट मे पेश नहीं किया। इसके साथ ही 3.47 लाख रुपये और लग्जरी वाहन सहित विधायक का पिस्टल गायब है। विधायक के अधिवक्ता हंसाराम शुक्ला ने आरोप लगाया कि आगर मलावा में विधायक के साथ गुलाब शंकर मिश्र, गोङ्क्षवदा पांडेय और रोहित दुबे को पेश किया गया था। कोर्ट के आदेश से उनका भी रिमांड बना है। हिरासत के समय इनोवा यूपी-70 डीआर 6030 वाहन भी बरामद किया गया था। नियमानुसार पुलिस को तीनों लोगों के साथ बरामद वाहन को भी सीजेएम कोर्ट में पेश करना चाहिए। साथ ही विधायक का लाइसेंसी पिस्टल भी गायब कर दिया गया है। हालांकि देर शाम पुलिस ने तीनों को गोपीगंज कोतवाली में हिरासत में रखकर कार्रवाई में जुटी रही।