चौक थाना में 'तबाही का बारूद'
जागरण संवाददाता वाराणसी चौक पुलिस ने होली से पहले 25 क्विटल पटाखा पकड़ खूब वाहवाही लू
जागरण संवाददाता, वाराणसी : चौक पुलिस ने होली से पहले 25 क्विटल पटाखा पकड़ खूब वाहवाही लूटी, लेकिन अब उसी पटाखे को लेकर पुलिस लापरवाह बन गई है। प्रवेश गेट पर रखा 25 क्विटल पटाखा चौक थाना में 'तबाही का बारूद' है। थाने से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और ज्ञानवापी की दूरी महज 500 मीटर है। इस भीषण गर्मी में एक चिगारी आस-पास के क्षेत्रों में तबाही मचाने के लिए पर्याप्त है। पटाखे के पास पुलिस के साथ आने वाले लोग अपने वाहनों को खड़ा करते हैं। यदि एक चिगारी निकली तो क्या होगा, कहा नहीं जा सकता है। शायद इस बात का अंदाजा पुलिसकर्मियों को भी नहीं है।
होली पर दालमंडी में चोरी-छिपे पटाखा बेचने के लिए रात में हड़हा सराय स्थित एक निर्माणाधीन मकान में अवैध तरीके से पटाखा डंप किया जा रहा था। चौक पुलिस ने छापेमारी कर 25 क्विटल विस्फोटक सामग्री के साथ हड़हा सराय के मोहम्मद रिजवान और राजकुमार उर्फ अब्दुल हमीद को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बरामद पटाखा चौक थाना परिसर में एक किनारे रखा है। उस पटाखे से बिजली उपकेंद्र की दूरी 10 फीट भी नहीं है। उसी से सटा महिला हेल्प डेस्क है। उसके बगल में विश्वविद्यालय प्रकाशन है, यहां दिनभर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। फिर भी पुलिस द्वारा क्यों लापरवाही बरती जा रही है, यह समझ से परे है। यह है नियम
न्यायालय के आदेश पर बम डिस्पोजल दस्ता की मौजूदगी में शहर से दूर सुरक्षित स्थान पर गड्ढा खोदकर डाल दिया जाता है। कम से कम तीन फीट गहरा गड्ढा जिस पर ऊपर से मिट्टी डाल दी जाती है ताकि उसे कोई खोद नहीं सके और न ही आग लगे। इसके अलावा परीक्षण के लिए नमूना लेकर आगरा प्रयोगशाला लैब भेज दिया जाता है। 'विस्फोटक सामग्री को निस्तारित करने के लिए न्यायालय से अनुमति मांगी गई है। न्यायालय से अनुमति मिलने के साथ ही उसका डिस्पोजल कराया जाएगा। फिलहाल पटाखे के पास कोई नहीं जाता है।'
-आरएस गौतम, डीसीपी काशी जोन