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Sonbhadra में अवैध खनन की शिकायत पर जांच करने पहुंची शासन की टीम, नदी में गड्ढे देख जतायी नाराजगी

शासन के निर्देश पर गठित एक विशेष टीम ने सोनभद्र के दुद्धी तहसील क्षेत्र के कोरगी व पिपरडीह में पहुंचकर खनन का जायजा लिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 09:40 AM (IST)
Sonbhadra में अवैध खनन की शिकायत पर जांच करने पहुंची शासन की टीम, नदी में गड्ढे देख जतायी नाराजगी
Sonbhadra में अवैध खनन की शिकायत पर जांच करने पहुंची शासन की टीम, नदी में गड्ढे देख जतायी नाराजगी

सोनभद्र, जेएनएन। बार-बार मिल रही अवैध खनन की शिकायत पर वन विभाग ने गंभीरता दिखाया है। शासन के निर्देश पर गठित एक विशेष टीम ने बुधवार को दुद्धी तहसील क्षेत्र के कोरगी व पिपरडीह में पहुंचकर खनन का जायजा लिया। वहां स्वीकृत खनन रकबे व वन भूमि को नक्से से मिलान कराते हुए सभी तरफ से जीपीएस रीङ्क्षडग भी ली। करीब तीन घंटे की जांच के दौरान वन विभाग के अधिकारियों के हाथ पांव फूलते नजर आए। इस दौरान नदी में कई स्थानों पर गड्ढे देख टीम के सदस्यों ने पूछताछ किया और नाराजगी जताए।

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मुख्य वन संरक्षक एवं नोडल अधिकारी पंकज मिश्रा व कंजर्वेटर प्रयागराज राजीव मिश्रा के नेतृत्व में सुबह करीब दस बजे कोरगी पहुंची टीम ने संबंधित रेंज के सभी वन कर्मियों को नदी से बाहर रहने की हिदायत दी। इसके बाद कनहर नदी में जायजा लेते हुए वन क्षेत्र के सीमांकन चिन्हों से खनन की स्थिति से अवगत हुए।अनियमितताओं को देखकर पूछताछ किए। गोल मटोल जवाब सुनकर नाराजगी भी जताए। ङ्क्षवढमगंज रेंजर को फटकार लगाते हुए उनके तैनाती के बावत भी पूछा। इसपर रेंजर ने बताया कि रेंज में दो साल से तैनात हैं। नदी में जगह जगह खनन कर बनाए गए बड़े-बड़े गड्ढों के बावत पूछने पर साइड संचालक ने बताया कि नदी में तीन मीटर गहरा खनन की अनुमति है। नदी की वीडियोग्राफी व तस्वीर लेकर जीपीएस रीडिंग के साथ टीम जॉबर गांव की तरफ से पिपरडीह पहुंचकर वन विभाग की प्रत्येक सीमा से जीपीएस रीडिंग लिया।

रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई

जांच करने आए नोडल चीफ पंकज मिश्रा ने पत्रकारों से बताया कि यह जांच शासन के निर्देश पर हो रही है। इस मामले में शिकायत हुई थी। उसी आधार पर जांच टीम गठित हुई है। सभी रीङ्क्षडग ली गई है। गूगल से वन क्षेत्र में हुए खनन की वास्तिवक स्थिति का पता लगाकर रिपोर्ट शासन को दी जाएगी। कोरगी बालू साइड जाने के लिए गत कुछ माह पहले बगैर एनओसी ट्रकों की आवाजाही के लिए प्रयोग हो रहे वन मार्ग के संबंध में उन्होंने कहा कि मार्ग को कटवा दिया गया है। जीपीएस रीडिंग से गूगल से खनन पट्टा स्वीकृत होने से पहले की स्थिति और बाद में किए गए बदलाव की रिपोर्ट तैयार होने के बाद कार्रवाई के लिए कहा। इस मौके पर डीएफओ सोनभद्र संजीव कुमार सिंह, डीएफओ रेणुकूट एमपी सिंह, एसडीओ दिनेश कुमार सिंह, मनमोहन मिश्रा, कुंजमोहन वर्मा आदि मौजूद थे।


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