शासन का फरमान : Azamgarh में 20 अनुदानित मदरसों की जांच करेगी एसआइटी, दो चरणों में होगी जांच
आजमगढ़ में राज्य सरकार से अनुदानित 20 मदरसों में अनियमित नियुक्ति प्राप्त शिक्षक व कर्मचारियों की जांच एसआइटी को सौंपी गई है। शासन के आदेश और डीएम के निर्देश पर सीडीओ की अध्यक्षता में एक टीम गठित की गई है।
आजमगढ़ [अनिल मिश्र]। जिले में राज्य सरकार से अनुदानित 20 मदरसों में अनियमित नियुक्ति प्राप्त शिक्षक व कर्मचारियों (शिक्षणेत्तर कर्मचारी) की जांच विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) को सौंपी गई है। पुलिस उप महानिरीक्षक विशेष अनुसंधान दल (एसआइटी) जे. रवींदर गौड़ ने जांच के लिए एसआइटी के निरीक्षक परशुराम सिंह को जिम्मेदारी दी है। शासन की प्राथमिकता में शामिल जांच के लिए डीएम राजेश कुमार ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी साहित्य निकष सिंह को नोडल अधिकारी नामित किया है। प्रक्रिया पूरी कराने के लिए एडीएम प्रशासन व बीएसए को भी निर्देश दिए हैं।
विशेष सचिव अल्पसंख्यक विभाग ने 20 अनुदानित और आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत संचालित 267 मदरसों के कुल 1115 शिक्षकों के अंकपत्रों की जांच के निर्देश दिए हैं। 20 अनुदानित मदरसों में लगभग 400 शिक्षक कार्यरत हैं, जिनके अंक पत्रों की जांच शासन स्तर से अब एसआइटी करेगी। जबकि आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत संचालित 263 मदरसों के 715 शिक्षकों की जांच जिला स्तरीय कमेटी करेगी।
दो चरणों में होगी जांच
मदरसा शिक्षकों के अंकपत्रों और अन्य मूल अभिलेखों की जांच दो चरणों में की होगी। प्रथम चरण में मूल अंकपत्रों का मिलान होगा,जिसमें अंकपत्र और अन्य प्रमाण पत्र, जो ऑनलाइन होंगे और दूसरे अभिलेखों की मैनुअल जांच होगी। दूसरे चरण में संबंधित प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अंकपत्रों को सत्यापन के लिए बोर्ड और विश्वविद्यालय को भेजा जाएगा। सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद संबंधित जांच आख्या डीएम को प्रेषित की जाएगी।
शासन के आदेश और डीएम के निर्देश पर सीडीओ की अध्यक्षता में गठित की गई है टीम
शासन के आदेश और डीएम के निर्देश पर सीडीओ की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है। शिक्षकों के अंक पत्रों की जांच शासन स्तर से नामित अफसर करेंगे। आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत संचालित मदरसों के शिक्षकों के अंकपत्रों की जांच की जिम्मेदारी जिला स्तरीय कमेटी को दी गई है।
-एसएन सिंह, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी।