वाराणसी-आगरा के बीच कनेक्टिविटी पर सरकार का जोर, बोले पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री डा. नीलकंठ
पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि वाराणसी से आगरा की कनेक्टिविटी बढ़ाने पर सरकार का अधिक जोर है।
वाराणसी, जेएनएन। पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि बनारस में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं प्रस्तावित हैं। वाराणसी से आगरा की कनेक्टिविटी बढ़ाने पर सरकार का अधिक जोर है। जल्द परिणाम सामने होंगे। वाराणसी से लखनऊ के बीच सड़क के चौड़ीकरण का काम दिसंबर तक हरहाल में पूरा हो जाएगी। जौनपुर के कुछ किसान हाईकोर्ट लगे गए जिससे सड़क का काम प्रभावित हुआ।
मंत्री रविवार को छावनी स्थित एक होटल में टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से पर्यटन के विकास को लेकर आयोजित परिचर्चा में मुख्य अतिथि थे। ङ्क्षरग रोड के किनारे फाइव स्टार होटल बनाने के सुझाव पर उन्होंने कहा कि प्रस्ताव तैयार कर निवेशक मुझसे वार्ता कर सकते है। पंचकोसी परिक्रमा के सभी पड़ावों के सुंदरीकरण के लिए धन जारी कर दिया गया है। रामेश्वर में काम भी शुरू हो चुका है। विशिष्ट अतिथि इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने कहा कि कारोबार के प्रति सरकार की मंशा ठीक है। वहीं, नियमों को और सरल बनाने की जरूरत है।
एसोसिएशन के संरक्षक लल्लाराम मौर्य ने कहा कि खजुराहो की फ्लाइट बीच-बीच में बंद होने से पर्यटकों को परेशानी होती है। वाराणसी- काठमांडू के बीच सीधी विमान सेवा नहीं है। यदि तेजस जैसी ट्रेनें वाराणसी से आगरा तक चलने लगें तो पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। चुनार किले के लिए वाराणसी से स्टीमर चलाने की जरूरत है। गोष्ठी में ट्रैवेल एजेंसी संचालकों, टूरिस्ट गाइड, एयरलाइंस के प्रतिनिधियों और होटल व्यावसायियों ने समस्याएं उठाते हुए सुझाव भी रखे। संचालन गाइड अशोक वर्मा व धन्यवाद ज्ञापन अंकित मिश्र ने किया। अविनाश मिश्र, अमित गुप्त, प्रेम मिश्र, सुभाष यादव, राजेश भाटिया, प्रदीप राय, शैलेंद्र सिंह, जयशंकर मेहता, राजीव राय आदि थे।