Move to Jagran APP

GI Products Exhibition 2021 : आत्मनिर्भर भारत और यूपी का उद्देश्य हो रहा पूरा, वाराणसी में आयोजन

यूपी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल उत्तर प्रदेश सरकार फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जीआइ प्रोडक्ट्स एग्जीबिशन 2021 अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल रही है। हर दिन प्रदर्शनी में आगंतुकों की भीड़ बढ़ती जा रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 08:25 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 02:28 AM (IST)
GI Products Exhibition 2021 : आत्मनिर्भर भारत और यूपी का उद्देश्य हो रहा पूरा, वाराणसी में आयोजन
वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित दिन दयाल हस्तकला संकुल में आयोजित जीआइ उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन करते लोग।

वाराणसी, जेएनएन। यूपी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल, उत्तर प्रदेश सरकार, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित जीआइ प्रोडक्ट्स एग्जीबिशन 2021 अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल रही है। हर दिन प्रदर्शनी में आगंतुकों की भीड़ बढ़ती जा रही है। ज्वाइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज उमेश सिंह ने आयोजन को अपने उद्देश्य में सफल बताते हुए कहा, "प्रदर्शनी में हस्तशिल्पियों और उत्पादकों को उनके प्रोडक्ट्स को लेकर अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। कई उत्पादकों को आर्डर पूरा करने के लिए समान दोबारा मंगाना पड़ा है। इसके अलावा कई बिजनेस इन्क्वायरी भी जनरेट हुई हैं, जिससे आने वाले समय में उत्पादकों को अपना बाजार बढ़ाने में बड़ी मदद मिलेगी।

loksabha election banner

डिप्टी कमिश्नर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी अपने उद्देश्य में पूरी तरह से सफल रही है। वाराणसी हस्तशिल्प का बहुत बड़ा हब है और यहां इस तरह के आयोजन से हस्तशिल्पियों और उत्पादकों को बहुत लाभ मिला है। उद्योग विभाग इनकी कला और उत्पादों में वैल्यू एडिशन के लिए लगातर कई प्रशिक्षण कार्यक्रम  भी चला रहा है। इन सभी प्रयासों से निश्चय ही 'आत्मनिर्भर भारत' और 'आत्मनिर्भर यूपी' का उद्देश्य पूरा हो रहा है। राजस्थान प्रदेश कार्य समिति के अध्यक्ष श्रीकुमार लखोटिया ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने जीआई उत्पादों की इस प्रदर्शनी पाराम्परिक शिल्प कलाकारों और उत्पादकों के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा, "शिल्प कला, जीवन की चक्की, स्वच्छता अभियान पर बनी कलाकृति काफी पसंद आई। इस प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री  का वोकल फ़ॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत संदेश यहां जीवन का अभिन्न अंग बनता दिखा। यूपीआईडी चेयरमैन शिप्रा शुक्ला ने भी प्रदर्शनी में लगे स्टॉल्स का अवलोकन किया।

उन्होंने कहा, "इत्र जैसे उत्पादों का प्रयोग करके साबुन और मोमबत्ती जैसे उत्पाद तैयार किए जा सकते हैं, जिससे उत्पादकों को अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है। साथ ही पैकेजिंग को आकर्षक बनाना होगा। कुछ कारीगरों ने पहले दी गई ट्रेनिंग के बाद अपने उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार किया है। पीएम नरेंद्र मोदी जी के प्रयासों से बनारस के कई पारम्परिक उत्पादों की मांग बढ़ी है। विदेशों में भारत के पारंपरिक उत्पादों की बहुत डिमांड है। फिक्की लगतार वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते  प्रभावित जीआई प्रोडक्ट्स और ओडीओपी उद्यमियों और कारीगरों के लिए ऐसे आयोजन कर रहा है। इन आयोजनों का उद्देश्य कारोबार को बढ़ावा देना और बाजार मुहैया कराना है। इसी क्रम में वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय संकुल जीआई प्रोडक्ट्स की वर्चुअल प्रदर्शनी कम फिजिकल एगीजीबिशन का आयोजन हो रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.