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अपील खारिज होने के 12 घंटे के अंदर ध्वस्त हो गया गजल होटल, भूमि खरीद व नक्शा में अनियमितता

मुख्तार की पत्नी अफ्शां और दोनों बेटे अब्बास एवं उमर अंसारी द्वारा दाखिल की गई अपील को खारिज होने के 12 घंटे के अंदर ही गजल होटल के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। सदर एसडीएम व सीओ सिटी सहित कई थानों की फोर्स पहुंच गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 01 Nov 2020 07:13 PM (IST)Updated: Sun, 01 Nov 2020 07:13 PM (IST)
अपील खारिज होने के 12 घंटे के अंदर ध्वस्त हो गया गजल होटल, भूमि खरीद व नक्शा में अनियमितता
गाजीपुर में गजल होटल का नक्शा देखते एसडीएम प्रभास कुमार व अन्य अधिकारी।

गाजीपुर, जेएनएन। मुख्तार की पत्नी अफ्शां और दोनों बेटे अब्बास एवं उमर अंसारी द्वारा दाखिल की गई अपील को खारिज होने के 12 घंटे के अंदर ही गजल होटल के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। शाम करीब आठ बजे ही सदर एसडीएम व सीओ सिटी सहित कई थानों की फोर्स पहुंच गई। रात करीब 11 बजे तक नक्शा से मिलान कराकर अवैध निर्माण का सीमांकन किया गया। इसके बाद पूरी रात मौके पर फोर्स तैनात रही। सुबह पौने सात बजे अधिकारियों का आदेश मिलते ही ध्वस्तीकरण शुरू हुआ और 10:30 बजे तक अवैध निर्माण को तोड़ दिया गया।

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शासन एंटी माफिया अभियान के तहत जिला प्रशासन की जांच में गजल होटल की भूमि के खरीद फरोख्त व नक्शा में तमाम अनियमितता मिली। इसके तहत मुख्तार की पत्नी, उनके दोनों बेटों सहित करीब 12 लोगों पर एफआइआर दर्ज किया गया था। सदर एसडीएम की कोर्ट में कई दिनों तक इस पर सुनवाई भी हुई। इसके बाद बीते आठ अक्टूबर को कोर्ट ने गजल होटल के प्रथम तल को पूरी तरह से व भूतल के आंशिक हिस्से को एक सप्ताह का समय देते हुए ध्वस्त करने का आदेश पारित किया। इस पर मालिकान हाइकोर्ट चले गए। इस पर हाइकोर्ट ने दस दिनों का समय देते हुए सामान्य प्रक्रिया के तहत आने आदेश दिया। इसके बाद मालिकान द्वारा बीते 23 अक्टूबर को जिलाधिकारी के यहां अपील दाखिल की गई। बीते सोमवार को बोर्ड ने इस पर सुनवाई तो की, लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका। इसके बाद बीते शनिवार को सुनवाई हुई और बोर्ड ने अपील को खारिज कर दिया। इसके कुछ घंटे बाद ही आलाधिकारी महुआबाग स्थित गजल होटल पहुंच गए। होटल को पूरी तरह से खाली कराना शुरू कर दिया। रात में ही भूतल पर कटरे में दुकान चला रहे दुकानदारों ने भी अपना सामान निकाल लिया। करीब 11 बजे तक अवैध निर्माण का सीमांकन किया गया और सुबह मुख्तार की पत्नी अफ्शां अंसारी और दोनों बेटे अब्बास व उमर अंसारी के 35 लाख की संपत्ति को ध्वस्त कर दिया गया।

महुआबाग में बंद कर दिया गया आवागमन

गजल होटल के ध्वस्तीकरण के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से मुहआबाग में वाहनों सहित आम लोगों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके लिए चारों ओर मिश्र बाजार तिराहा, महुआबाग चौराहा, ददरीघाट चौराहा व आम घाट के पास बैरिकेटिंग की गई थी। 

अपने-अपने छतों पर खड़े होकर देख रहे थे लोग

गजल होटल को तोडऩे के दौरान आसपास के मोहल्लों में अफरा-तफरी मची रही। आसपास के लोग अपने-अपने छतों पर खड़े होकर ध्वस्तीकरण को देखते रहे। इस पल को लोग अपने-अपने मोबाइल में भी रिकार्ड कर रहे थे। ध्वस्तीकरण के बाद जैसे ही बैरिकेडिंग हटाया गया मौके पर तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई। सभी के जुबान पर सिर्फ गजल होटल ही था।

पल-पल की जानकारी लेते रहे डीएम

गजल होटल के ध्वस्तीकरण का जिलाधिकारी एमपी सिंह पल-पल खबर लेते रहे। सदर एसडीम से पल-पल की जानकारी लेते रहे। सदर एसडीएम प्रभास कुमार व अन्य राजस्व अधिकारियों ने किए गए सीमांकन का रविवार की सुबह भी अवलोकन किया। नक्शा से मिलान कराने के बाद ध्वस्तीकरण का आदेश दिया। इसके बाद प्रशासन बुलडोजर गजल पर गरजने लगा। एसडीएम हर सूचना जिलाधिकारी तक पहुंचा रहे थे।

रास्ते से हटाया गया मलबा

ध्वस्तीकरण के बाद वहां सड़क पर काफी मलबा इकटठा हो गया। इससे रास्ता लगभग जाम हो गया। इसके बाद नगर पालिका द्वारा जेसीबी लगाकर मलबे को हटाकर किनारे कर दिया गया। इसमें करीब एक घंटे का समय लगा। इसके बाद रास्ते पर सुचारू रूप से आवागमन शुरू हो सका।

वर्ष 2003 में हुआ था रेस्टोरेंट का निर्माण

मुख्तार के पुत्र अब्बास व उमर अंसारी द्वारा प्रथम तल पर वर्ष 2003 में रेस्टोरेंट के निर्माण का मानचित्र स्वीकृत कराया गया था। उसके स्थान पर एचडीएफसी बैंक व उसके लिए एटीएम आदि का निर्माण भूतल पर दुकानों के स्थान पर किया गया था जिसकी स्वीकृति नहीं ली गई थी। इसके तहत एसडीएम ने नोटिस जारी किया था। होटल के अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण के करीब दो दिन पूर्व ही एचडीएफसी बैंक सामने के किसी दूसरे बिल्डिंग में शिफ्ट हो गया। वहीं भूतल के एटीएम को भी हटा दिया गया था। प्रशासन की इस कार्रवाई से मुख्तार अंसारी, उसके परिजनों, रिश्तेदारों, करीबियों व सहयोगियों की बेचैनी और भी बढ़ गई है।


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