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Gazipur में बिना नियुक्ति चार वर्ष तक करता रहा नौकरी, जांच के बाद बीएसए ने किया बर्खास्त

बेसिक शिक्षा विभाग में एक से बढ़कर एक फर्जी मामले उजागर हो रहे हैं। सोमवार को बीएसए श्रवण कुमार ने विनोद कुमार मिश्र नाम के एक ऐसे शिक्षक को बर्खास्त किया जिसकी विभाग में नियुक्ति ही नहीं हुई थी और वह चार वर्ष से नौकरी कर रहा था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 07:57 PM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 10:01 PM (IST)
Gazipur में बिना नियुक्ति चार वर्ष तक करता रहा नौकरी, जांच के बाद बीएसए ने किया बर्खास्त
गाजीपुर बीएसए ने एक ऐसे शिक्षक को बर्खास्त किया जिसकी विभाग में नियुक्ति ही नहीं हुई थी।

गाजीपुर, जेएनएन। बेसिक शिक्षा विभाग में एक से बढ़कर एक फर्जी मामले उजागर हो रहे हैं। सोमवार को बीएसए श्रवण कुमार ने विनोद कुमार मिश्र नाम के एक ऐसे शिक्षक को बर्खास्त किया जिसकी विभाग में नियुक्ति ही नहीं हुई थी और वह चार वर्ष से नौकरी कर रहा था। वह बाराबंकी से अंतरजनदीय स्थानांतरण के तहत फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे जिले में आया और अपनी तैनाती करा ली। उसके सभी प्रमाण पत्र देवरिया जिले मेें तैनात असली शिक्षक विनोद कुमार मिश्र के हैं। जांच के बाद उसे बर्खास्त करने के साथ उसके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराने का आदेश जारी हुआ है। वेतन रिकवरी भी की जाएगी।

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पता चला कि एक ही पैन नंबर व एक ही नाम पते के गाजीपुर व देवरिया जिले में दो शिक्षक विनोद कुमार मिश्र के नाम से नौकरी कर रहे हैं। उनका शैक्षिक प्रमाण पत्र भी एक ही और घर का पता भी। केवल बैंक खाता संख्या अलग-अलग है। शासन ने बीएसए को इसकी जांच करने का निर्देश दिया। इस पर बीएसए ने पता किया तो मालूम चला कि उक्त शिक्षक उच्च प्राथमिक विद्यालय सोनहरा जखनियां में तैनात है। उसे नोटिस जारी कर उपस्थित होने का निर्देश दिया गया लेकिन वह नहीं आया। इसके बाद बीएसए ने वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा गुलशन उवर व बिरनो बीइओ अविनाश राय की टीम गठित कर जांच करने का निर्देश दिया। जांच समिति ने दोनों शिक्षकों को अपने सभी प्रमाण पत्रों के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया लेकिन नियत समय पर सोनहरा मेें तैनात कथित शिक्षक विनोद कुमार मिश्र नहीं आया। इसके बाद विभागीय अभिलेख में दर्ज उसके पते ग्राम मर्यादपुर, थाना मधुबन जनपद मऊ पर पंजीकृत डाक से पत्र भेजा गया लेकिन वह लौट आया। जांच में मालूम चला कि उसकी बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्ति ही नहीं हुई थी। असली विनोद कुमार मिश्र देवरिया जनपद में तैनात हैं। उन्हीं के सभी प्रमाण पत्रों की कूट रचित प्रति तैयार कर 2016 में हुए अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत बाराबंकी से स्थानांतरण दिखाकर गाजीपुर में अपनी तैनाती करा ली।

शासन के निर्देश के बाद विनोद कुमार मिश्र की जांच की गई तो वह फर्जी निकला

शासन के निर्देश के बाद विनोद कुमार मिश्र की जांच की गई तो वह फर्जी निकला। देवरिया में तैनात इसी नाम के शिक्षक के प्रमाण पत्रों के सहारे यह बाराबंकी से स्थानांतरण दिखाकर गाजीपुर मेें तैनाती ले लिया था। उसे बर्खास्त कर दिया गया है। उसके खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई जाएगी और वेतन रिकवरी भी होगी।

- श्रवण कुमार, बीएसए।


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