वाराणसी में अब चेतावनी बिंदु की ओर बढऩे लगीं गंगा, एक दिन में ही 11 सेमी बढ़ा नदी का जलस्तर
वाराणसी में एक दिन में ही करीब 11 सेमी बढकऱ गंगा अब तेजी से बढऩे लगी है। अगर यही स्थिति रही तो जल्द ही अब चेतावनी बिंदु (70.26) मीटर की ओर जा सकती हैं।
वाराणसी, जेएनएन। लगातार डेढ़ पखवारे से हो रही बारिश का असर गंगा नदी पर भी पडऩे लगा है। एक दिन में ही करीब 11 सेमी बढ़कर गंगा अब तेजी से बढऩे लगी है। अगर यही स्थिति रही तो जल्द ही अब चेतावनी बिंदु (70.26) मीटर की ओर जा सकती हैं। रविवार की शाम को जलस्तर जहां 60.72 मीटर था वहीं सोमवार की शाम को छह बजे तक बढ़कर 60.83 मीटर पर आ गया। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार प्रति दो घंटे में गंगा का पानी एक सेमी बढ़ रहा था।
गंगा का जलस्तर अब धीरे-धीरे बढ़ते जा रहा है। इसके कारण गंगा एवं वरुणा किनारे अवैध रूप से घर बनाकर रह रहे लोगों की धुकधुकी भी बढऩे लगी है। कारण कि पिछले साल बाढ़ ने खूब तबाही मचाई थी। हजारों लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरे ठिकाने में जाना पड़ा था। हालांकि प्रशासन की ओर से उनको भरपूर सहयोग एवं सहायता मिली। इस पार केंद्रीय जल आयोग ने पांच जून से बाढ़ का फोरकास्ट जारी शुरू कर दिया। उस दिन गंगा का जलस्तर 59.39 मीटर था। वहीं करीब 15 जून को यहां पर मानसून आ गया। इसके बाद से ही गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे बढऩे लगा। जून में ही गंगा 60 मीटर के ऊपर बहने लगी है। अब जो हालात बन रहे हैं इससे तो यही लग रहा है कि एक-दो दिन में जलस्तर 61 मीटर तक पहुंच जाएगा। वहीं अभी से ही घाटों की सीढिय़ां डुबनी शुरू हो गईं हैं।
घाघरा में उफान, 10 सेमी बढ़ा जलस्तर
पर्वतीय इलाकों में हुई भारी बारिश से एक बार फिर घाघरा नदी में उफान तेज हो गया है। घाघरा का जलस्तर में सोमवार को 10 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। गौरीशंकर घाट पर जलस्तर 68.95 मीटर पहुंच चुका है, जो खतरा बिंदु से 85 सेंटीमीटर नीचे है। घाघरा के उफान से तटवर्ती इलाकों में हलचल मच गई है। बरसात का पानी जो नदी में जा रहा था ताल-तलैया में रुक गया है। इससे किसानों की फसल डूबने की कगार पर है।
लोहड़ा देवारा में नदी कटान भी कर रही है। नवली के समीप ठोकर नंबर एक पर नदी की उफान तेज है। नदी के तटवर्ती इलाकों में घाघरा के बढ़ते जलस्तर से लोग काफी सहमे में हुए हैं। सोमवार को एकाएक नदी में उफान आया। सिंचाई विभाग द्वारा बनाया गया प्रोजेक्ट खटाई में पड़ गया है। नदी के बढ़ते जलस्तर के बाद ङ्क्षसचाई विभाग के हाथ-पांव फूल चुके हैं। नदी की तलहटी में 9.58 करोड़ रुपये से कटान रोकने का काम शुरू हुआ था लेकिन बरसात होने के कारण और नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण सिंचाई विभाग द्वारा बनाया गया प्रोजेक्ट खटाई में पड़ गया। 30 जून तक जो कार्य पूरा होना था, वह नहीं हुआ। नदी के बढ़ते जलस्तर से एक बार फिर क्षेत्र में खलबली मच गई है। लोग