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Coronavirus Update Varanasi में काेरोना वायरस से चौथी मौत, बीएचयू के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हार गए जीवन की जंग

वाराणसी में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित बीएचयू के सेवानिवृत्त आयुर्वेद संकाय के प्रोफेसर की सांसे हमेशा के लिए थम गई। इसे लेकर अब जनपद में कुल चार मौतें हो गईं हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 02:40 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 01:35 PM (IST)
Coronavirus Update Varanasi में काेरोना वायरस से चौथी मौत, बीएचयू के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हार गए जीवन की जंग
Coronavirus Update Varanasi में काेरोना वायरस से चौथी मौत, बीएचयू के सेवानिवृत्त प्रोफेसर हार गए जीवन की जंग

वाराणसी, जेएनएन। कोरोनावायरस का संक्रमण दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। सोमवार को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ रहे बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर वरिष्ठ आयुर्वेदाचार्य की मौत हो गई। कोरोना से वाराणसी में ये चौथी मौत है। उधर, पांच नए पॉजिटिव केस आने से कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 101 पहुंच गया है। संक्रमित लोगों में से 65 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं जबकि 32 एक्टिव केस हैं। वाराणसी में अब कुल 41 हॉटस्पाट हो गए हैं।

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लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से हुए थे दिल्ली में आयुर्वेदाचार्य सम्मानित

महामना की बगिया का एक फूल रविवार को मुरझा गया। आयुष मंत्रालय ने बीते 14 मार्च को दिल्ली में बीएचयू के वरिष्ठ प्रोफेसर आयुर्वेदाचार्य को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया था। गाजीपुर जनपद के बाभन चकिया गांव के मूल निवासी 82 वर्षीय प्रो. बीएचयू आयुर्वेद संकाय के रस शास्त्र विभाग में  विभागाध्यक्ष थे। वाराणसी में शिवाला स्थित आवास पर परिवार के साथ रहते थे। सेवानिवृत्ति के बाद भी वे असि स्थित मारवाड़ी सेवा संघ में आयुर्वेद विभाग में सेवा कर रहे थे। उनके पुत्र माता आनंदमयी अस्पताल में सर्जन हैं। परिजनों ने बताया कि बीते कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी। जवाहर नगर कालोनी एक्सटेंशन में भर्ती कराया गया था। वहां हालत नाजुक होने पर 15 मई को बीएचयू सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। कोरोना से संबंधित जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उनका इलाज कर रहे चिकित्सक के अनुसार दो वर्ष पूर्व यह हृदयाघात से पीडि़त हुए थे एवं  इन्हेंं सीएबीजी का ट्रीटमेंट दिया गया था। सिवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इनफेक्शन की श्रेणी में भर्ती कराया गया था एवं आइसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखते हुए इलाज किया जा रहा था। देर शाम को स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के तहत उनका अंतिम संस्कार हरिश्चंद्र घाट पर परिजनों की मौजूदगी में हुआ।

गंगापुर में चार अप्रैल को हुई थी पहली मौत

गंगापुर के रहने वाले एक 55 वर्ष के कारोबारी 15 मार्च को कोलकाता से लौटे थे। चिकित्सकों के अनुसार 27 मार्च को इन्हें जुकाम की समस्या हुई थी। उपचार के दौरान तीन अप्रैल को इनकी मृत्यु हो गई थी। चिकित्सकों के अनुसार इनको पूर्व से डायबिटीज थी। बीपी औए डायबिटीज का इलाज कई साल से चल रहा था।

दूसरी मौत लल्लापुरा की एक महिला की

बीएचयू स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत 14 मई को हो गई थी। 58 वर्षीय मृत महिला मरीज का संबंध लल्लापुरा हॉटस्पॉट से है। यह मरीज चार मई को बीएचयू सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराई गई थी। पिछले 15 वर्षों से मरीज डायबिटीज हाईपरटेंशन व हाइपोथाइरॉएडिज्म की बीमारी से ग्रसित थी। इलाज कर रहे डॉक्टर के मुताबिक मरीज सेवेयर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन की श्रेणी में इलाज के लिए भर्ती हुई थी। भर्ती के बाद से ही मरीज के लिए लगातार आवश्यक ऑक्सीजन कंसंट्रेशन बनाए रखने के साथ अन्य बीमारियों का भी इलाज किया जा रहा था।

तीसरी मौत नरिया निवासी रिटायर्ड एडीएम की

जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या तीन पहुंच गई। कोरोना संक्रमित रिटायर्ड एडीएम व नरिया निवासी  की भी सांस 16 मई को थम गई। 73 वर्षीय बुजुर्ग को बीएचयू सुपर स्पेशलिटी के कोविड-19 हॉस्पिटल में 13 मई को भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के अनुसार वे कई साल से हाईपरटेंशन से ग्रसित थे। सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन की श्रेणी में उन्हें भर्ती किया गया था। वेंटिलेटर पर रखकर उनका आवश्यक ऑक्सीजन कंसंट्रेशन बनाए रखने के साथ दवाएं दी जा रही थीं।


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