रामलला से काशी विश्वनाथ के लिए बन रहा फोरलेन, एनएचएआइ तैयार कर रहा 183 किलोमीटर लंबा हाईवे
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के आदेश के बाद इसे प्राचीन नगरी काशी से जोडऩे की कवायद तेज हो गई है।
वाराणसी, जेएनएन। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के आदेश के बाद इसे प्राचीन नगरी काशी से जोडऩे की कवायद तेज हो गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा दोनों महत्वपूर्ण शहरों को जोडऩे के लिए फोरलेन परियोजना पर कार्य चल रहा है। 183 किलोमीटर लंबी फोरलेन का निर्माण कुल 1081.48 करोड़ की लागत से किया जाएगा। इसके लिए टेंडरिंग प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है। वहीं जमीन अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। इस नए फोरलेन एनएच-135ए का शिलान्यास केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी वर्ष के आरंभ में आठ फरवरी को किया था। फोरलेन निर्माण के लिए अंबेडकर नगर व अकबरपुर में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है। इस हाईवे का निर्माण मौजूदा हाईवे से बिना छेड़छाड़ किए कृषि भूमि अधिग्रहित कर किया जा रहा है।
बनेंगे छह पुल, 30 अंडरपास
लंबी सड़क के रास्ते में कोई रेलवे क्रासिंग नहीं होगी। इस दौरान एक बड़ा पुल, चार छोटे पुल, दो फ्लाइओवर और करीब 30 अंडरपास होंगे।
इन शहरों को मिलेगा लाभ
अयोध्या काशी फोरलेन कई शहरों से होकर गुजरेगा। इसके रास्ते में अकबरपुर, सुलतानपुर, आजमगढ़ और जौनपुर पड़ेगा। यहां से होते हुए बनारस के दांदुपुर के पास रिंग रोड अंडरपास से आकर जुड़ेगा।
धार्मिक यात्रा वाला होगा फोरलेन
इस नए हाईवे से अयोध्या में चौरासी कोस की परिक्रमा, सूर्य कुंड, राजा दशरथ का समाधि स्थल व सरयू के पावन घाट का रास्ता सुगम होगा।
इस बारे में क्षेत्रीय अधिकारी, एनएचएआइ, वाराणसी यूनिट के राजीव अग्रवाल ने कहा कि काशी अयोध्या फोरलेन के लिए डीपीआर प्रक्रिया पूरी हो गई है, टेंडरिंग संबंधी कार्य अंतिम चरण में है। जमीन अधिग्रहण कर कार्य शुरू किया जाएगा।