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ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौत, चंदौली के जगदीश सराय हिनौता गांव के समीप की घटना

चंदौली सदर कोतवाली क्षेत्र के जगदीश सराय हिनौता गांव के समीप मंगलवार की रात मालगाड़ी से कटकर महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 10:49 PM (IST)Updated: Wed, 27 May 2020 09:02 AM (IST)
ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौत, चंदौली के जगदीश सराय हिनौता गांव के समीप की घटना
ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौत, चंदौली के जगदीश सराय हिनौता गांव के समीप की घटना

चंदौली, जेएनएन। सदर कोतवाली क्षेत्र के जगदीश सराय हिनौता गांव के समीप मंगलवार की रात मालगाड़ी से कटकर महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। मालगाड़ी के चालक ने मंडल मुख्यालय को घटना की जानकारी दी। सूचना के बाद मंडल रेल प्रबंधक पंकज सक्सेना और एसपी हेमंत कुटियाल घटनास्थल पर पहुंच गए। शवों को विशेष ट्रेन में रखकर चंदौली-मंझवार स्टेशन पहुंचाया गया। हालांकि देर रात तक शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी थी।

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मंगलवार की रात करीब 8.30 बजे के समीप मालगाड़ी गुजर रही थी। इसकी चपेट में आने से 40 वर्षीय पुरुष, 36 वर्षीय महिला, 18 वर्षीय किशोरी व 12 वर्षीय बालिका की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। चालक से घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी, एएसपी प्रेमचंद, सदर कोतवाली व अलीनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। वहीं डीआरएम पंकज सक्सेना भी जीआरपी जवानों के साथ विशेष ट्रेन से घटनास्थल पहुंचे। पुलिस व जीआरपी ने स्थानीय लोगों से बात कर मृतकों की शिनाख्त करने की कोशिश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। मृतकों के पास कागजात होने की उम्मीद से जवानों ने रेलवे ट्रैक पर काफी खोजबीन की, लेकिन कोई कागजात नहीं मिला। एसपी ने बताया कि मृतक एक ही परिवार के जान पड़ते हैं। मामला दुर्घटना का नहीं, बल्कि आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है।

हादसा या आत्महत्या, गुत्थी सुलझाने में उलझा प्रशासन

रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से चार लोगों की मौत की गुत्थी उलझ गई है। इसे हादसा अथवा आत्महत्या माना जाए, इसको लेकर रहस्य गहरा गया है। हालांकि पुलिस प्रथम दृष्टया आत्महत्या मानकर तफ्तीश कर रही है। मृतकों का क्षतग्रस्त मोबाइल फोन घटनास्थल से प्राप्त हुआ है। पुलिस मोबाइल सिम के आधार पर नंबर ट्रेस कर शिनाख्त कर रही है।

घटनास्थल पर आसपास के गांवों के दर्जनों ग्रामीण जुटे हुए थे। लेकिन कोई भी व्यक्ति मृतकों की शिनाख्त नहीं कर सका। ऐसे में मृतकों के प्रवासी मजदूर और एक ही परिवार के होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। घटनास्थल का दृश्य भी आत्महत्या की ओर ही इशारा कर रहा है। ऐसे में पुलिस आत्महत्या मानकर ही घटना की तफ्तीश कर रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कहीं कोरोना त्रासदी में गरीबी तो जान देने का कारण तो नहीं बनी। क्योंकि मृतकों में 40 वर्षीय पुरूष, 36 वर्षीय महिला, 18 वर्षीय किशोरी व 12 वर्ष की बालिका शामिल है। इससे मृतकों के एक ही परिवार के होने की बात कही जा रही है। घटनास्थल से पुलिस को कोई टूटी हुई मोबाइल के अलावा और कोई साक्ष्य नहीं मिला है। पुलिस मोबाइल का सिम कार्ड निकालकर उनकी शिनाख्त करने का प्रयास कर रही है। इसमें क्रा​इम ब्रांच को भी लगाया गया है। इससे मृतकों की शिनाख्त होने की उम्मीद है। सदर कोतवाल गोपाल गुप्ता ने बताया कि शव के समीप मोबाइल बरामद हुआ है। हालांकि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। ऐसे में सिम निकालकर ट्रेस किया जा रहा है। मोबाइल से जिन नंबरों पर बात हुई है। उनसे संपर्क किया जाएगा। ताकि मृतकों की शिनाख्त हो सके।


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