मीटर खराब फिर भी बिल चार लाख, विद्युत उपभोक्ता व्यथा निवारण फोरम में 11 में से नौ प्रकरण निस्तारित
बिजली विभाग ने मीटर खराब होने के बावजूद उपभोक्ता को चार लाख रुपये का बिल थमा कर चौंका दिया तो आनन फानन उपभोक्ता को अधिकारियों के समक्ष फरियाद करना पड़ा।
वाराणसी, जेएनएन। बिजली विभाग ने मीटर खराब होने के बावजूद उपभोक्ता को चार लाख रुपये का बिल थमा कर चौंका दिया तो आनन फानन उपभोक्ता को अधिकारियों के समक्ष फरियाद करना पड़ा। विद्युत वितरण खंड सप्तम में मंगलवार को आयोजित विद्युत उपभोक्ता व्यथा निवारण फोरम में सर्वाधिक प्रकरण बिलिंग की गड़बड़ी को लेकर रही। उप्र विद्युत नियामक आयोग द्वारा आयोजित 'न्याय उपभोक्ता के द्वार' में 11 उपभोक्ताओं ने शिकायत दर्ज कराई।
इसमें मौके पर मौजूद फोरम के अध्यक्ष न्यायधीश श्याम बिहारी राय, तकनीकी सदस्य इंजीनियर विजय रंजन सिन्हा, फोरम सचिव (अधिशासी अभियंता) पंकज मिश्र ने मीटर की जांच कराकर 1.15 लाख रुपये जमा कराया। इस दौरान ग्यारह में से नौ उपभोक्ताओं के प्रकरण सुलझाए। इनमें से कुछ उपभोक्ताओं के बिल गड़बड़ थे तो कुछ का मीटर खराब था। तत्काल मीटर भी बदला गया। तीन उपभोक्ताओं के प्रकरण विवादित होने के कारण तत्काल निस्तारित नहीं किए जा सके। शिविर में सप्तम खंड के अधिशासी अभियंता/उपखंड अधिकारी सुनील कुमार यादव व एसके शुक्ला सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
ट्रांसफार्मर खराब, मरीज हलाकान
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (हाथी बाजार) का ट्रांसफार्मर जल गया है। इसके चलते अस्पताल की विद्युत आपूर्ति पिछले दो सप्ताह से ठप है। वहीं मरीज हलकान है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में 25 केबीए का ट्रांसफार्मर दो सप्ताह पहले जल जाने के कारण एक्सरे भी नहीं हो पा रहा है। वहीं पानी की भी समस्या उत्पन्न हो रही है। मरीजों के परिजनों को व कर्मचारियों को पास में स्थित शिव मंदिर में लगे हैंडपंप से पानी लाना पड़ रहा है। केंद्र के प्रभारी डा. हंसराज ने बताया कि ट्रांसफार्मर बनवाने के लिए विद्युत विभाग के अधिकारियों से लगातार बात की जा रही है। इसके बावजूद अब तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला जा सका। वहीं अवर अभियंता राज कुमार का कहना है कि ट्रांसफार्मर बदलने के लिए प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया गया। जल्द ही ट्रांसफार्मर बदलने की संभावना है।