मकान का गेट खोलने को लेकर मारपीट व हवाई फायरिंग में चार पर एफआइआर, दो हिरासत में
वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के आशापुर बाजार में मकान का गेट खोलने को लेकर मारपीट व हवाई फायरिंग में चार पर एफआइआर दर्ज कर दो हिरासत में लिए गए।
वाराणसी, जेएनएन। सारनाथ थाना क्षेत्र के आशापुर बाजार में मकान का गेट खोलने को लेकर शुक्रवार की रात हुए विवाद के बाद हवाई फायरिंग के मामले में सारनाथ पुलिस ने शनिवार को चार लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर रायफल को कब्जे में लिया। दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने मौके से एक खोखा बरामद किया। इस फायरिंग में कोई घायल नहीं हुआ है।
आशापुर बाजार निवासी अनिल जायसवाल का उनके भतीजे ज्ञानेंद्र प्रसाद से घर का गेट खोलने को लेकर विवाद शुरू हुआ। बात बढ़ती देख अनिल जायसवाल की पुत्री ने मारपीट की खबर अपने पति सारनाथ के खजुही निवासी कृष्ण राज सिंह को दी । रात में कृष्ण राज सिंह आशापुर बाजार स्थित मकान पर पहुंचे, जहां कृष्ण कुमार सिंह व ज्ञानेंद्र के साथ मारपीट होने लगी। मौका देख कृष्ण राज सिंह ने रायफल से फायर कर दिया। इस प्रकरण में पुलिस ने चार लोग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अनिल जायसवाल व कृष्ण राज को हिरासत में ले लिया। ज्ञानेंद्र जायसवाल ने पुलिस को बताया कि रात में नौ बजे चाचा अनिल जायसवाल आए और बाइक से गेट को धक्का मार दिए। उनसे कहा कि दरवाजा टूट जाएगा तो कौन बनावाएगा। इतनी सी बात पर चाचा ने मेरे टूटे हुए हाथ पर मार दिया। इसके बाद हम दोनों में कहासुनी होने लगी। इसके बाद मामला शांत हो गया। देर रात चाचा ने दामाद कृष्ण राज को दी। वह घर आकर मेरे बच्चों को मारने पीटने लगे। जब मैंने इसका विरोध किया तो वह मुझ पर रायफल से लक्ष्य करके फायर कर दिए। स्थानीय लोगों ने उनका रायफल ऊपर कर दिया। जिससे मेरी जान बची। उधर कृष्ण राज सिंह का कहना है कि जब ज्ञानेंद्र जायसवाल एवं उनके परिवार के लोग मारने पीटने लगे तो जान बचाने के लिए हवाई फायर कर दिया। उधर कार्यवाहक थानाध्यक्ष प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। फायरिंग मारने के उद्देश्य से नहीं बल्कि माहौल बनाने के लिए किया गया था। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।