मीरजापुर में एक महीने के अंदर सर्प दंश से चार की मौत, सीएमओ ने की अपील- 'मरीज को लाएं चिकित्सालय'
मीरजापुर जिले में एक महीने के अंदर सर्प दंश से चार की मौत होने के बाद स्वास्थ्य महकमे की ओर से सीएमओ ने अपील की है कि मरीज को झाड़फूंक कराने से बेहतर सीधे इलाज के लिए अस्पताल ले आएं।
मीरजापुर, जागरण संवाददाता। झाड़फूंक के चक्कर में एक महीने के अंदर चार लोगों की सर्पदंश से जान चली गई। समय से उन लोगों को चिकित्सालय ले जाकर एंटीवेनम इंजेक्शन लगवा गया होता तो शायद उनकी जान बच जाती। स्वजन झाड़फूंक कराते रहे और समय गुरजता गया। इससे पूरे शरीर में जहर फैल गया और जान चली गई।
जनपद में लगातार सर्पदंश की घटनाएं हो रही हैं, बावजूद इसके लोग मरीज को चिकित्सालय ले जाने से परहेज कर रहे हैं। आज भी लोग झाड़फूंक पर ही भरोसा कर रहे हैं। इससे वे अपने मरीज को इलाज के लिए ले जाने की बजाय पहले कई किलोमीटर की दूरी तय कर उसे झाड़फूंक कराते हैं। अस्पताल में 80 प्रतिशत तक मरीज की जान बचाने की संभावना रहती है।
सर्प डसे तो यह करें : किसी को सर्पदंश की जानकारी हो तो उसे पैदल न चलाएं। हाथ में डसा तो उसकी कलाई व बाह के पास किसी कपड़े या डोरी से बाध दें। इसके बाद किसी साधन या एंबुलेंस से उसे तत्काल सीएचसी, पीएचसी ले जाएं। वहां डाक्टर को दिखाएं।
ऐसा दिखता है लक्षण : किसी को सर्प या करैत डस लेगा तो वहां पर उसके दांतों के निशान पड़ जाएंगे। वहां काला होने लगेगा। कुछ देर बाद सूजन भी वहां होने लगेगी। इसके अलावा मरीज को नींद आने लगेगी। कुछ मरीजों को सांस लेने में भी परेशानी हो सकती है। ऐसा होता है ताे समझ लीजिए कि उसे सर्प ने ही डसा है। गोहटी के काटने से ही ऐसा ही होता है, क्योंकि वह भी जहरीला जंतु है।
झाड़फूंक किसी भी दशा में कराने न ले जाएं : किसी को सर्प, करैत आदि जहरीले जंतु काटते है तो उसे झाड़फंक के लिए किसी भी दशा में न ले जाएं। सीधे चिकित्सालय ले आएं। वहां ले जाने पर उसे एंटीवेनम इंजेक्शन लगा दिया गया तो वह बच सकता है।
केस नंबर एक : हलिया के राजपुर बेलगवा निवासी मंजू घर के बाहर बैठी थी। इसी दौरान सर्प ने डस लिया था। अचेत हाेने पर उसे झांड़फूंक कराने के लिए ले गए लेकिन उसकी मौत हो गई।
केस नंबर दो : हलिया के देवरी उत्तर गांव के रहने वाले 24 वर्षीय मुंशीलाल मुसहर अपने घर के बाहर 26 जून काे सो रहे थे। इसी दौरान किसी जहरीले जंतु ने काट लिया था। उसे भी झाड़फूंक के लिए ले गए और उसकी मौत हो गई।
केस नंबर तीन : जिगना के नरोइया बाजार निवासी अफसाना बेगम शनिवार की रात अपने घर में चारपाई पर सोई थीं। इसी दौरान सर्प ने काट लिया। उन्हें विंध्याचल के सौनहवां गांव झाड़फूंक के लिए गए लेकिन मौत हो गई।
बोले सीएमओ : सर्प के डसने पर उसे झाड़फूूंक कराने के चक्कर में न पड़ें। तत्काल सीएचसी-पीएचसी या जिला चिकित्सालय ले जाएं। वहां एंटीवेनम इंजेक्शन मौजूद है। डाक्टर मरीज की स्थिति से अवगत होकर उसको लगाने का कार्य करेंगे। जिससे उसकी जान बच जाएगी। -डा. राजीव सिंघल मुख्य चिकित्साधिकारी