Move to Jagran APP

जर्मनी में जलवा बिखेरने को तैयार भदोही की कालीन, चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले 'डोमोटेक्स' का शुभारंभ आज

जर्मनी के हनोवर शहर में शुक्रवार से प्रारंभ होने वाले चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले में भदोही की मखमली कालीन जलवा बिखेरने के लिए तैयार है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 10 Jan 2020 06:50 AM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 01:11 PM (IST)
जर्मनी में जलवा बिखेरने को तैयार भदोही की कालीन, चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले 'डोमोटेक्स' का शुभारंभ आज
जर्मनी में जलवा बिखेरने को तैयार भदोही की कालीन, चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले 'डोमोटेक्स' का शुभारंभ आज

भदोही, जेएनएन। जर्मनी के हनोवर शहर में शुक्रवार से प्रारंभ होने वाले चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कालीन मेले में भदोही की मखमली कालीन जलवा बिखेरने के लिए तैयार है। देश के विभिन्न प्रांतों से भागीदारी करने वाले उद्यमियों सहित भदोही-मीरजापुर परिक्षेत्र के 90 से अधिक निर्यातक जर्मनी पहुंच चुके हैं। मंदी के दौर से गुजर रहे कालीन उद्योग की नजरें मेले पर टिकी हैं। निर्यातकों का मानना है कि यह मेला उद्योग की दशा व दिशा दोनों तय करेगा।

loksabha election banner

विश्व बाजार में वैश्विक मंदी, चाइना व ईरान जैसे देशों से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा सहित विभिन्न कारणों से कालीन उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा है। बीते दो-तीन वर्षों में आयोजित कालीन मेलों के परिणाम उत्साह जनक नहीं रहे। एक साल में देश में दो बार आयोजित होने वाले इंडिया कारपेट एक्सपो में भी आशातीत सफलता का अभाव रहा। भले ही कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) मेले के समापन के बाद करीब 400 करोड़ के व्यापार सृजन का दावा करती हो लेकिन भागीदारी करने वाले अधिकतर निर्यातक मेले से निराश हैं। निर्यातकों की उम्मीदें डोमोटेक्स पर टिकी हैं।

अबकी कम निर्यातकों ने की है भागीदारी

विगत वर्ष डोमोटेक्स भी अधिक उत्साहजनक नहीं रहा। इस बार विगत वर्ष की तुलना में भागीदारी करने वाले निर्यातक कम हैं। बीते वर्ष सीईपीसी ने देश भर के 162 निर्यातकों के स्टाल बुक कराये थे जबकि स्वतंत्र रुप से 40 निर्यातकों ने सीधे मेला आयोजकों के माध्यम से स्टाल बुक कराए थे। अबकी सीईपीसी से स्टाल बुक कराने वालों की संख्या में कमी आई है। 123 निर्यातकों ने स्टॉल बुङ्क्षकग की है जबकि स्वतंत्र रूप से 42 निर्यातक भागीदारी कर रहे हैं।

15 से 20 लाख खर्च आ रहा : डोमोटेक्स में भागीदारी करने वाले निर्यातकों को आमतौर पर 15 से से 20 लाख खर्च करना पड़ता है। अधिक लोगों व बड़े स्टाल बुक कराने वाले कुछ निर्यातकों को 25 से 30 लाख की चपत लगती है। डोमोटेक्स में भागीदारी करने वाले भारतीय निर्यातकों को तीन सौ करोड़ से अधिक रुपये खर्च करने पड़ते हैं।

केंद्रीय वस्त्र सचिव करेंगे शुभारंभ : चेयरमैन

परिषद के चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह का कहना है कि डोमोटेक्स में भारतीय पवैलियन का शुभारंभ केंद्र सरकार के वस्त्र सचिव रवि कपूर करेंगे। आयुक्त हस्तशिल्प शांतमनु सहित केंद्र व प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों को सीईपीसी द्वारा आमंत्रित किया है। डोमोटेक्स की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। भारतीय निर्यातकों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए परिषद कृत संकल्पित है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.