गुजरात में फंसे बनारस के मजदूरों की घर वापसी के लिए अजय राय ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजय राय ने रविवार को मजदूरों के घर वापसी का इंतजाम कराने के लिए पत्र लिखा है!
वाराणसी, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अजय राय ने रविवार को पत्र लिखा है। अवगत कराया कि गुजरात के औद्योगिक नगरों में बनारस के हजारों व उत्तर भारत के कई लाख मजदूर फंसे हैं। गुजरात सरकार के गैर जिम्मेदाराना रवैये से वे परेशान हैं।
प्रदेश सरकार की ओर से इन मजदूरों की घर वापसी की ठोस योजना नहीं है। यदि सूरत शहर को लें, तो वहां करीब आठ लाख उत्तर भारतीय मजदूर हैं। सांसद सीआर पाटिल के यहां पंजीयन के लिए पहुंचे मजदूरों पर लाठी बरसाई जा रही है। साढ़े चार हजार रुपये प्रति व्यक्ति बस का किराये का भुगतान करना मजदूरों के लिए असंभव है। अनुरोध है कि मजदूरों के घर वापसी का इंतजाम कराएं।
काशी में फंसे तमिलनाडु के श्रद्धालुओं ने प्रधानमंत्री से लगाई गुहार
लॉकडाउन में तमिलनाडु के श्रद्धालु फंसे हुए हैं। 22 सदस्यों का दो ग्रुप 19 मार्च को मदुरई से काशी आया था। इसी बीच 22 मार्च को जनता कर्फ्यू व इसके बाद पूरे देश में लॉकडाउन के कारण वे लोग जंगमबाडी मठ के नजदीक काशी वल्लमबर सतरम गेस्ट हाउस में रुक गए। अब सदस्यों ने घर जाने के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। इसकी प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा व लघु उद्योग भारती काशी प्रात के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह को भी भेजी है। इससे पहले मदुरई के स्थानीय विधायक व संघ कार्यालय में संपर्क किया था।
संघ कार्यालय ने लघु उद्योग भारती के राजेश कुमार सिंह को सूचित किया। इसके बाद इस संगठन की ओर से सदस्यों के खाने-पीने व अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई। ग्रुप के सदस्य वेट्री सेलवन ने बताया कि फिलहाल काशी में दिक्कत नहीं है। हांलाकि सदस्यों के परिजन काफी चिंतित है इसलिए सभी घर जाना चाहते हैं। सभी लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन फिर से दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में सदस्यों ने पीएम व सीएम से गुहार लगाई है। गेस्ट हाउस के केयर टेकर विनोद कुमार ने बताया कि दो समूह में 12 महिला व 10 पुरुष शामिल हैं। दक्षिण भारत भेजे गए 162 पर्यटक एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश आने जाने का सिलसिला शुरू होने के बाद दक्षिण भारत के 162 पर्यटकों को भी पांच बसों से भेजने की व्यवस्था की गई। डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि इसमें आंध्र प्रदेश के 140 और पुडुचेरी के 22 पर्यटक शामिल हैं। इन पर्यटकों ने स्वयं से ही बसों की व्यवस्था की थी। केवल प्रशासन ने उन्हें जाने की परमिट जारी कर दिया।