Chandauli के माटी गांव में खोदाई के दौरान मिला प्राचीन भवन का फर्श, ईटें व खंडित मूर्तियां
बीएचयू पुरातत्व विभाग की टीम की ओर से चंदौली के ताराजीवनपुर क्षेत्र के माटी गांव में खोदाई के दौरान जमीन के नीचे भवन का फर्श प्राचीन ईंटें व खंडित मूर्तियां मिलीं।
चंदौली, जेएनएन। बीएचयू पुरातत्व विभाग की टीम की ओर से ताराजीवनपुर क्षेत्र के माटी गांव में खोदाई का कार्य शुक्रवार को दोपहर बाद शुरू हुआ। इस दौरान जमीन के नीचे भवन का फर्श, प्राचीन ईंटें व खंडित मूर्तियां मिली हैं। पुरातत्व विशेषज्ञ अवशेषों को गुप्तकालीन मान रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि गांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर के समीप जमीन के नीचे गुप्तकालीन मंदिर अथवा भवन रहा होगा। खोदाई के साथ रहस्यों से पर्दा उठता जाएगा। काशी हिंदू विश्वविद्यालय पुरातत्व विभाग की टीम तीन दिनों से माटी गांव में खोदाई करा रही है। पहले दिन तो कुछ खास नहीं मिला।
जांच के बाद प्रतिमाओं की आयु पता चलेगी
हालांकि गुरुवार की शाम खोदाई के दौरान भगवान विष्णु की खंडित प्रतिमा मिली थी। प्रतिमा का सिर गायब था, जबकि शेष प्रतिमा मिली है। इस पर प्राचीन नक्काशी की गई थी। पुरातत्वविदों ने नक्काशी के आधार पर इसके गुप्तकालीन होने की संभावना जताई थी। शुक्रवार को खोदाई के दौरान जमीन के अंदर प्राचीन भवन की फर्श और ईंटें मिली हैं। इसके अलावा कुछ खंडित प्रतिमाएं भी निकली हैं। विशेषज्ञ इनकी जांच-पड़ताल में जुटे हैं। जांच के बाद ही प्रतिमाओं की आयु पता चलेगी। वहीं यह भी मालूम होगा कि उक्त मूर्तियां किन देवी-देवताओं की हैं। बीएचयू की टीम ने पहले कई बार गांव का दौरा किया।
अनलॉक-1 में दोबारा खोदाई हुई शुरू
इस दौरान गांव में जगह-जगह गुप्त व कुषाणकालीन ईंटें व गांव स्थित प्राचीन शिवमंदिर के पास बलुआ पत्थर की खंडित मूर्तियां मिली थीं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की अनुमति के बाद बीएचयू की टीम ने मार्च में गांव स्थित प्राचीन शिवमंदिर के समीप खोदाई शुरू कराई। इसी बीच लॉकडाउन लागू होने से खोदाई का काम बंद हो गया था। अनलॉक-1 में दोबारा खोदाई शुरू करा दी गई है। बीएचयू पुरातत्व विभाग के विभागाध्यक्ष ओंकारनाथ सिंह ने बताया कि शुक्रवार को खोदाई में कुछ और अवशेष प्राप्त हुए हैं। प्रथमदृष्टया गुप्तकालीन प्रतीत हो रहे हैं, लेकिन इनकी जांच की जा रही है। इसके बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ भी बताया जा सकेगा।