पूर्वांचल में नदियों और बांधों का रुख घटाव की ओर, ठहरे पानी से बढ़ने लगीं स्वास्थ्य चुनौतियां
अब धीरे धीरे पूर्वांचल में नदियों और बांधों का रुख घटाव की ओर है तो वहीं दूसरी ओर ठहरे पानी से स्वास्थ्य चुनौतियां बढ़ने लगीं हैं। जबकि सरयू नदी का घटता जलस्तर कई जगहों पर कटान कर रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। अब धीरे-धीरे पूर्वांचल में नदियों और बांधों का रुख घटाव की ओर है तो वहीं दूसरी ओर ठहरे पानी से स्वास्थ्य चुनौतियां बढ़ने लगीं हैं। जबकि सरयू नदी का घटता जलस्तर कई जगहों पर कटान कर रहा है। मऊ, आजमगढ़ और बलिया जिले में सरयू की घटते जलस्तर की लहरें कई जगहों पर व्यापक स्तर पर कटाव कर रही हैं जिससे किसानों में चिंता का माहौल बना हुआ है। हालांकि बाढ़ का पानी उतरने के साथ ही अब किसान खेती बाड़ी की ओर लौटने लगे हैं। हालांकि बारिश होने पर खेती किसानी को नुकसान पहुंच सकता है, मगर नदियों का जलस्तर अब मामूली तौर पर ही बढ़ने की उम्मीद है।
नदियों का जलस्तर कम होने के बाद अब सभी नदियां चेतावनी बिंदु से नीचे पहुंच चुकी हैं तो दूसरी ओर निचले इलाकों में फंसा बाढ़ का पानी ठहरने और सड़ने के साथ ही मच्छरों के पनपने के लिए बेहतर स्थितियां दे रहा है। जबकि कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्र इन दिनों मलेरिया और डायरिया के संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। जबकि कई निचले इलाकों में फंसा पानी न निकलने की वजह से खेती किसानी भी प्रभावित हो रही है। हालांकि जिन इलाकों में पानी निकल गया वहां खरीफ की फसल चौपट होने के बाद किसान रबी से पहले सब्जियों की खेती कर नुकसान की भरपायी में जुटे हुए हैं।
केंद्रीय जल आयोग की ओर से रविवार की दोपहर जारी रिपोर्ट के अनुसार पूर्वांचल के मीरजापुर और वाराणसी में जहां गंगा नदी स्थिर है वहीं गाजीपुर और बलिया जिले में नदी का रुख घटाव की ओर है। जौनपुर में गोमती नदी का जलस्तर घटाव की ओर है, सोनभद्र में रिहंद बांध का जलस्तर स्थिर है तो सोन नदी और बाण सागर बांध का जलस्तर बढ़ाव की ओर है। बलिया के तुर्तीपार में सरयू नदी चेतावनी बिंदु 63.01 मीटर से कम 62.41 मीटर पर घटाव की ओर है।