Flood in Poorvanchal : सरयू नदी पूर्वांचल में खतरे के निशान से ऊपर, अन्य नदियों का जलस्तर स्थिर
पूर्वांचल में पर्याप्त बारिश बीते दिनों न होने की वजह से नदियों का जलस्तर भी प्रभावित हुआ है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में पर्याप्त बारिश बीते दिनों न होने की वजह से नदियों का जलस्तर भी प्रभावित हुआ है। नदियों के कम होतेे जलस्तर के बीच तटवर्ती इलाकों में कटान भी तेजी से हो रहा है। मंगलवार की सुबह आठ बजे केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार सरयू में जहांं नदी खतरा बिंदु से ऊपर है वहीं गंगा नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है।
बलिया और मऊ जिले में सरयू नदी में जलस्तर कम होने के बाद भी इस समय खतरे के निशान से लगभग 14 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हालांकि सरयू नदी में आने वाले कुछ घंटों में बढाव की स्थिति देखने को मिल सकती है। कम होता जलस्तर तटवर्ती इलाकों मेें कटान भी कर रहा है जिसकी वजह से खेेेेती किसानी भी प्रभावित हो रही है। कई किसानों ने कटान से फसलों के चौपट होने और पूर्वांचल में निचले इलाकों में पानी भरने से फसल में सड़न भी पैदा होने की उम्मीद जाहिर की है। मौसम का रुख अब बारिश के अनुकूल होने और पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के बाद नदियोंं का जलस्तर बढ़ने की पूरी उम्मीद हैैै। ऐसे मेें पूर्वांचल में आने वाले पखवारे में नदियों का रुख तल्ख भी हो सकता है। पूर्व में वाराणसी जिले की कई कालोनियां वरुणा और गंगा के पानी की जद में आ चुकी हैं।
मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी का जलस्तर इस समय स्थिर है। जबकि रिहंद और बाण सागर बांध के जलस्तर में लगातार बढाव का रुख जारी है। जबकि सरयू के जलस्तर में नेपाल से एक बार फिर बढोतरी शुरू हो गई है। इसकी वजह से अभी जो घटाव का रुख है वह महज कुछ घंटों तक ही रहने की उम्मीद है।इसके बाद दोबारा जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जाएगी। जबकि जौनपुर में गोमती और आजमगढ़ में तमसा का जलस्तर स्थिर बना हुआ है।