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गंगा में उफान के बाद नाद व गोमती भी उफान पर, निचले इलाकों में बढ़ी चिंता

गंगा में उफान के चलते अब नाद व गोमती नदी में भी कहर शरू हो गया है, पानी के निचले इलाकों में फैल जाने के बाद नाद नदी के बीच बसे गांव में पानी भर गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 05:24 PM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 05:24 PM (IST)
गंगा में उफान के बाद नाद व गोमती भी उफान पर, निचले इलाकों में बढ़ी चिंता
गंगा में उफान के बाद नाद व गोमती भी उफान पर, निचले इलाकों में बढ़ी चिंता

वाराणसी (चौबेपुर) । गंगा में दो दिनों से उफान के चलते अब नाद व गोमती नदी में भी कहर शरू हो गया है। पानी निचले इलाकों में फैल जाने के बाद नाद नदी के बीच बसे इलाके के गांव पिपरी चतुर्दिक में पानी चारों ओर भर गया है। जिसके चलते मंगलवार को यह गांव मुख्‍य मार्गों से कट गया है।

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प्रभावित इलाकों में बढ़ी दुश्‍वारी

वहीं नदी के किनारे किसानों की बोई गई फसल धान, बाजरा, अरहर, तिल, गन्ना आदि की सैकङों एकड़ फसल भी जलमग्न हो गई। दूसरी ओर मठिया प्राथमिक विद्यालय में पानी घुसने से पठन पाठन भी प्रभावित हो गया है।जबकि बाढ़ की वजह से पशुओ के चारे का भी संकट गहरा गया है। बाढ़ की वजह से गांव में पीने के पानी का भी संकट हो गया है जिससे लोग प्रदूषित पानी पीने के लिए बाध्य हैं।

कई और इलाके बाढ़ की जद में 

आस पास के गांवों जैसे धौरहरा, भगवानपुर, डुढुआं, टेकुरी, लक्ष्मीसेनपुर, राजवारी, बर्थरा खुर्द, अजांव (टाड़पर) आदि गांवों के किसानो की फसलें भी जलमग्न हो चुकी हैं गंगा के ऊफान के चलते गंगा के किनारे शिवदशां, मुरीदपुर, परनापुर, गौराउपरवार, रामपुर, चन्द्रावती आदि कई गांवों के किसानों की सब्जी की फसल व पशुओं के हरे चारे भी जलमग्न हो गये हैं।


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