गाजीपुर में बेसो नदी का कहर, सड़क- गांव और खेत पानी में डूबे, प्रशासन ने रोका आवागमन Gazipur news
पूर्वांचल में कई दिनों से जारी भारी बारिश के चलते गाजीपुर जिले की बेसो नदी में बाढ़ से कई गांव पानी से घिर गए हैं।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में कई दिनों से जारी भारी बारिश के चलते गाजीपुर जिले की बेसो नदी में बाढ़ से कई गांव पानी से घिर गए हैं। कई घरों में नदी का घुस गया तो बाढ़ के कारण हंसराजपुर-गाजीपुर वाया बुजुर्गा मार्ग के ऊपर पानी की तेज धारा भी देखते ही देखते बहने लगी। नदी की गति तेज होने के कारण किसी अनहोनी की आशंका के चलते प्रशासन ने मार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद करा दिया। वहीं गाजीपुर में गंगा नदी में जहां जलस्तर कम हो रहा है वहीं बलिया में गंगा अब स्थिर हैं। जबकि अाजमगढ़ में तमसा नदी भी इन दिनों उफान पर होने से तटवर्ती लोगों को काफी दुश्वारियों से दो चार होना पड़ रहा है।
जिला |
खतरा | चेतावनी | वर्तमान | रुख |
वाराणसी | 71.26 | 70.26 | 69.74 | घटाव |
गाजीपुर | 63.10 | 62.10 | 63.17 | घटाव |
बलिया | 57.61 | 56.61 | 59.25 | स्थिर |
वहीं दूसरी ओर गंगा के रुख में कमी के बाद भी बलिया जिले में गंगा का स्थिर होना लोगों को चिंतित कर रहा है। जबकि गाजीपुर जिले में गंगा का रुख घटाव की ओर है। जबकि गाजीपुर और बलिया जिले में नदी खतरा बिंदु से ऊपर हैं। जबकि गाजीपुर जिले में अगले 24 घंटों में गंगा का रुख खतरा से चेतावनी बिंदु तक आ जाएगा। हालांकि आगे भी केंद्रीय जल आयोग ने गंगा में घटाव का रुख जाहिर किया है। वहीं गंगा की सहायक नदियों में भी उफान कम होने लगा है जिससे तटवर्ती इलाकों में लोगों को राहत मिल रही है।
गाजीपुर में बेसो नदी का कहर
वहीं सड़क पर भी नदी का तेज बहाव शुरू होने से मंगलवार की सुबह यातायात भी बाधित हो गया। चारों ओर पानी से घिरे लोग बारिश थमने और राहत मिलने की आस लगाए पानी कम होने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर लोगों को सतर्कता बरतने की अपील की है। कई वर्षों में यह पहला मौका है जब बेसो नदी इतना कहर बरपा रही है। मंगलवार की दोपहर में जंगीपुर थाना क्षेत्र के सरौली उर्फ पहेतिया बेसो नदी पुल पार कर रहे दो युवक नदी में बह गए, इसके बाद दोनों को खोजने के लिए ग्रामीणाें के साथ ही पुलिसकर्मी भी शाम तक लगे रहे।
पानी चारों आेर भरने से खेत खलिहान और निचले इलाके डूबने लगे हैं वहीं खतरा भांपकर प्रभावित होने वाले लोग अब पलायन की तैयारी में भी जुट गए हैं। वहीं जिला प्रशासन ने गांव से संपर्क टूटने के बाद सादात के मजुई गांव से हुरमुजपुर गांव जाने के लिए दो नाव उपलब्ध कराया है। जिला प्रशासन भी बेसो नदी में आई इस बाढ़ के बाद से गांवों में सुरक्षा कारणों से नजर बनाए हुए है।