Flood In Poorvanchal : बलिया में सरयू की लहरों ने मचायी तबाही, बंधा कटान से मची हलचल
मऊ में सरयू की लहरों ने बुधवार को मधुबन क्षेत्र में गजियापुर रिंग बांध को काट दिया।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में नदियों का रुख अब चुनौती देने की ओर होने लगा है। नेपाल से पानी छोडे जाने के बाद अब सरयू का जलस्तर और बढ़ गया है जिसकी वजह से निचले इलाकों में जलभराव शुरू हो गया है।बलिया के खादीपुर में सरयू नदी ने रौद्र रूप लेे लिया है। वहीं कई गांवाेंं को बचाने वाला रिंग बंधा टूटने के कगार पर है। गांव वालों के अनुसार अगर यह बंधा टूटा तो कई गांव पूरी तरह जलमग्न हाे जाएंगे। वहीं जानकारी होने के बाद पूरा प्रशासनिक अमला पहुंचा और बंधा बचाने की तरकीब लगाने में जुुुट गए हैैं। वहीं ग्रामीणों में दहशत की स्थिति है और रातभर जागकर बंधे की निगरानी कर रहे हैं।
अब बीबीपुर-बेलौली बंधा में कटान, विभाग बेपरवाह, ग्रामीण हलकान
मऊ में सरयू की लहरों ने बुधवार को मधुबन क्षेत्र में गजियापुर रिंग बांध को काट दिया। गुरुवार की सुबह से ही बीबीपुर-बेलौली बंधा में कटान शुरू है। 3 मीटर चौ़ड़ाई व लगभग 300 मीटर लंबाई में बांध को लहरें काट रही हैं। सुबह से ही ग्रामीण कटाने रोकने के प्रयास में जुटे हैं। सूचना देने के बावजूद अभी तक सिंचाई विभाग बेपरवाह पड़ा हुआ है। विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। आसपास के गांव के लोग व प्रधान मौके पर ग्रामीणों को लेकर झाड़ियों को डाल कर कटान को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। गौरीडीह के प्रधान अभय कुमार राय, बीबीपुर के प्रधान राजेश यादव कोरौली के प्रधान प्रतिनिधि अमीचंद यादव, सैकड़ों ग्रामीणों को लेकर के कटान को रोकने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। बंधे पर तैनात जेई सिंचाई विभाग का पता नहीं है। मोबाइल से लोग बात करना चाहते हैं लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अगर बंधा कटा तो दर्जनों गांव सरयू की लहरों के आगोश में समा जाएंगे।
बाढ़ खंड के तत्कालीन एक्सईएन दीपक हटाए गए, दिलीप ने संभाली कमान
आजमगढ़ में तहसील सगड़ी क्षेत्र के देवारा में छोटी सरयू नदी किनारे बने जोकहरा-टेकनपुर बांध टूटने के प्रकरण में आखिरकार बाढ़ खंड के एक्सईएन दीपक कुमार पर कार्रवाई हो ही गई। उन्हें प्रदेश मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। जबकि उनके स्थान पर एक्सईएन दिलीप कुमार की तैनाती की गई है। डीएम राजेश कुमार ने बताया कि बाढ़ खंड के नए एक्सईएन ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उनकी देखरेख में बांध मरम्मत का कार्य तेजी से चल है। जल्द से जल्द मरम्मत का कार्य पूरा करने के लिए पोकलेन मशीन भी मंगा ली गई है। पांचवें दिन गुरुवार को भी बांध मरम्मत का कार्य जारी है।
घाघरा नदी के पानी के दवाब के चलते मुख्य महुला गढ़वल बांध से लगभग 500 मीटर दूर चार दिन पूर्व रात में जोकहरा-टेकनपुर बंधा टेकनपुर के पास कट गया जिससे 24 गांवों की लगभग 6000 की आबादी प्रभावित हो गई है। लोग महुलागढ़वल बांध पर शरण लिए हैं। बांध कटने के प्रकरण को मंगलवार को बाढ़ क्षेत्र में मौके का निरीक्षण करने आए गन्ना मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने भी गंभीरता से लिया था। उन्होंने बाढ़ खंड के तत्कालीन एक्सईएन के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।