गंगा की लहरों पर लक्जरी क्रूज की सवारी, जानिए इसमें मौजूद फाइव स्टार सुविधाओं के बारे में Varanasi news
फाइव स्टार इस राजमहल क्रूज में सुविधाएं भी शाही हैं। होटल की ही भांति कई कमरों में बेडरुम और बालकनी के साथ ही बाहर का व्यू देखने के लिए आधुनिेक खिडकियां भी हैं।
वाराणसी, जेएनएन। आइ सी बनारस एवरीडे बट टूडे आइ केम टू फील इट ... (रोज देखती हूं बनारस, आज महसूस करने आई हूं)। अवर जर्नी वाज मेसमेराइजिंग एंड वी विल रिटर्न फॉर स्योर ... (हमारी यात्रा मंत्रमुग्ध करने वाली रही, हम निश्चित रूप से वापसी करेंगे)। भारत भ्रमण पर आए विदेशी मेहमानों ने गंगा तीरे खिड़किया घाट पर दैनिक जागरण से संक्षिप्त बातचीत में कुछ इसी तरह अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। बोले पहले भी आ चुके हैं, अबकी क्रूज से चलने की वजह से टेस्ट बदला तो अनुभव शानदार रहा।
काशी में क्रूज ने डाला डेरा : मंगलवार को वाराणसी पहुंचने पर भारी बारिश के कारण उफना रहीं गंगा में क्रूज गंगा के दूसरे छोर पर घंटों खड़ा रहा। गरज चमक के साथ ही डराने वाले मौसम के बीच मेहमान शाम चार बजे स्टीमर से गंगा किनारे पहुंचे। मिसेज जेन हडसन से रूबरू होने की कोशिश तो बातचीत करने से परहेज किया मगर गाइड अखिलेश कुमार ने जर्नलिस्ट का परिचय दिया तो मुखातिब हुईं। बोली बनारस को रोज देखती हूं, क्रूज के रास्ते आज करीब से महसूस करने आई हूं। दरअसल, उन्होंने अपने मकान के एक कमरे की दीवार पर बनारस का अक्स दर्शाने वाली सीनरी लगा रखी है, जिसे रोज देखा करती हैं।
सुविधाओं का सैलानियों ने लिया लुत्फ : फाइव स्टार इस राजमहल क्रूज में सुविधाएं भी शाही हैं। पूरी तरह से एयर कंडीशंड होटल की ही भांति इसमें मौजूद कई कमरों में बेडरुम और बालकनी के साथ ही बाहर का व्यू देखने के लिए आधुनिेक खिडकियां भी हैं। लाइटिंग की सुविधा के साथ ही शाही साज सज्जा क्रूज की विशेषता है। वहीं क्रूज पर ही मौजूद मिस्टर एस्टर गिलमोर पांच बार भारत भ्रमण पर आ चुके हैं। पहली बार क्रूज से गंगा के रास्ते बनारस पहुंचना उनके लिए यादगार रहा। बोले गंगा किनारे के नजारे व पर्यावरण शानदार है। डेविड हडसन ने कहा कि 'अवर जर्नी वाज मेसमेराइजिंग एंड वी विल रिटर्न फॉर स्योर ...। उनकी बातें पूरी होती लेकिन बीच में ही डेविड लाइंड बीच में ठहाका लगाते बोल पड़े। विदेशी मेहमानों के साथ भ्रमण पर मार्गदर्शक रहे इंडिया टूरिज्म के गाइड अखिलेश कुमार एवं कोलकाता से शिवेंदु चटर्जी उनकी बातों को हिंदी में समझाया। बोले मेहमानों के लिए बारिश के दिनों में भारत भ्रमण करना मंत्रमुग्ध करने जैसा रहता है।
विदेशी सैलानियों ने की खरीदारी : विदेशी सैलानियों ने भरोसा दिलाया कि वह फिर से भारत घूमने आएंगे। क्रूज पर सवार विदेशी सैलानी गंगा के तीरे पटना से बनारस पहुंचे हैं। लगभग 10 किमी. प्रति घंटा की स्पीड से उफनाती गंगा की लहरों को चीरते हुए क्रूज के आगे बढ़ने का नजारा बारिश के दिनों में सभी ने न भूलने वाला अनुभव बताया है। वहीं गंगा के किनारे गाजीपुर में भी विदेशी सैलानियों ने शहर का भ्रमण किया। बाजार में भ्रमण करने के साथ की सैलानियों ने खरीदारी भी की। विदेशी सैलानियों ने इस दौरान वाराणसी में मंदिरों और सारनाथ में भी दर्शन पूजन किया।