वाहनों की जांच को बनेगा फिटनेस पिट
वाराणसी : सड़क पर बढ़ती दुर्घटनाओं, हादसे में मरने वालों की संख्या में वृद्धि होने तथा वाह
वाराणसी : सड़क पर बढ़ती दुर्घटनाओं, हादसे में मरने वालों की संख्या में वृद्धि होने तथा वाहनों का सही ढंग से फिटनेस की जांच नहीं होने को शासन ने गंभीरता से लिया है। शासन ने अनफिट वाहनों की गहनता से जांच करने के लिए बाबतपुर स्थित परिवहन कार्यालय में फिटनेस पिट (प्लेटफार्म) बनाने के लिए करीब 50 लाख रुपये स्वीकृत किया है। फिटनेस पिट बनाने का ठेका समाज कल्याण निगम को दिया है।
वाहनों की फिटनेस जांचने के लिए परिवहन कार्यालय में कोई सिस्टम नहीं लगा है। प्राविधिक निरीक्षक (आइआइ) वाहनों को ऊपरी स्तर पर कलर, टायर, ब्रेक, शीशा आदि देखकर फिटनेस (स्वास्थ्य प्रमाणपत्र) जारी कर देते हैं जबकि तकनीकी रूप से कई गड़बड़ियां होती हैं। यही कारण है कि सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। पिछले माह परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव आराधना शुक्ला और पूर्व परिवहन आयुक्त ने कार्यालय निरीक्षण के दौरान फिटनेस पिट नहीं होने तथा आरआइ की जांच प्रक्रिया पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने परिवहन अधिकारी से प्रस्ताव बनाकर मांगा था। साथ ही वाहनों का फिटनेस गंभीरता से जांचने का निर्देश दिया था।
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वाहनों की गहनता से होगी जांच
आरआइ वाहनों की जांच जरूर करते हैं लेकिन फिटनेस पिट नहीं होने के कारण उसकी गहनता से जांच नहीं हो पाती है। वाहन को देखकर परिवहन अधिकारी फिटनेस जारी कर देते हैं जबकि वाहनों का इंजन समेत तमाम पार्ट्स नीचे होते हैं। अधिकारी को वाहन के नीचे से जांच करनी चाहिए। फिटनेस पिट बनने पर अधिकारी नीचे से वाहनों की गहनता से जांच कर सकेंगे।
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फिटनेस पिट कार्यालय के सामने खाली पड़ी जमीन में बनाया जाएगा। शासन ने करीब 50 लाख रुपये स्वीकृत करते हुए फिटनेस पिट बनाने का जिम्मा समाज कल्याण निगम को दिया है।
-अमित राजन राय, एआरटीओ (प्रशासन)