आपकी है पहली उड़ान तो न हों परेशान, जानें काम की बातें जब पकड़ना हो विमान
भारत सरकार भी अब आम आदमी के लिए उड़ान योजना के साथ ही तैयार है, मंशा है कि देश में विमान सेवाओं को भी बढ़ाया जाए, ऐसे में कई के लिए पहली यात्रा अभी होनी बाकी है।
वाराणसी [कृष्ण बहादुर रावत] : भारत सरकार भी अब आम आदमी के लिए विमान सेवाएं चाह रही है। इसके लिए उड़ान योजना के साथ ही मंशा है कि देश में विमान सेवाओं को बढ़ाया जाए। वैसे भी सदैव हवा में उडऩे की तमन्ना इंसान रखता आया है। ऐसे में जब किसी व्यक्ति को पहली बार विमान से यात्रा करने का मौका मिलता है, तो उस यात्रा का अनुभव उसके लिए बिल्कुल अलग और रोमांचक होती है। पहली बार विमान यात्रा करने वालों को कई चीजें ऐसी होती है जो उसे मालूम नहीं होती है। अगर आप इन टिप्स पर ध्यान रखेंगे तो आपकी पहली विमान यात्रा बहुत शानदार और यादगार होगी।
इन पर रखे सदैव ध्यान
- विमान की समय सारणी को कम से कम छह घंटे पहले फोन या इंटरनेट से पता कर ले।
- घरेलू विमान यात्रा कर रहे है तो दो घंटे और विदेश की यात्रा कर रहे हो तो तीन घंटे पहले एयरपोर्ट अवश्य पहुंच जाएं।
- विमान यात्रा की टिकट का तीन प्रिंट आउट निकालें। एक घर पर, एक बैगेज में और एक अपने साथ रहे। मोबाइल पर ई मेल से टिकट आया हो तो उसे भी साथ रखे। वास्तविक परिचय पत्र रखें। अगर छोटा बच्चा हो तो उसका जन्म तिथि प्रमाण भी जरूर रखे।
- विमान यात्रा के दौरान अपने साथ क्या सामान ले जा सकता है और क्या नहीं उसकी सूचना हर एयरलाइंस और एयरपोर्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध होती है।
- एयरपोर्ट पर प्रवेश करते ही सीआइएसएफ के जवान विमान यात्रा का टिकट और परिचय पत्र का मिलान करने के बाद प्रवेश की अनुमति देते हैं।
- प्रवेश करने के बाद अपने सामान का एक्स-रे स्क्रीनिंग काउंटर पर निरीक्षण कराएं। निरीक्षण के बाद उस पर स्टिकर लगाया जाएगा।
- उसके बाद जिस एयरलाइन से आपको यात्रा करने है। उसके काउंटर पर अपने सामान के साथ जाकर टिकट दिखाएं।
- एयरलाइन के कर्मचारी आपके परिचय पत्र का निरीक्षण कर बोर्डिंग पास देगा। उस पर आपकी सीट नंबर अंकित होगी। इसी समय आप उनसे खिड़की वाली सीट देने का अनुरोध कर सकते हैं।
- इसी बीच आपके सामान का वजन भी किया जाएगा। हर एयरलाइन फ्री में कुछ किलोग्राम तक सामान ले जाने की अनुमति देती है। उसे पहले से पता कर ले।
- काउंटर पर ही एयरलाइन का कर्मचारी बड़े सामान पर टैग लगा कर उसका एक हिस्सा आपको देगा, गंतव्य पर पहुंच कर उसे दिखाकर सामान मिलेगा। अगर सामान सात किलोग्राम से अधिक नहीं है और छोटे साइज का होगा तो उस पर टैग लगा कर साथ लेने जाने दिया जाएगा।
- हालांकि कई एयरपोर्ट पर टैग की सेवा अब बंद कर दी गई है। मगर काउंटर पर इस बारे में पूछना न भूलें।
- सुरक्षा क्षेत्र में हैंड बैग की जांच कराएं। अगर उसमें पर्स, वॉलेट, मोबाइल या लैपटॉप हो तो उसे निकाल ले। इनकी अलग से जांच कराएं।
- इसके बाद सुरक्षाकर्मी आपकी जांच करेंगे और उसके बाद बोर्डिंग पास पर मुहर लगा देंगे।
- उसके बाद बोर्डिंग पास पर अंकित गेट नंबर की ओर जाएं। विमान उडऩे से पहले आधा घंटे टर्मिनल गेट खोला जाता है। यहां पर दुबारा बोर्डिंग पास का निरीक्षण किया जाता है।
- अगर आप का विमान एरो ब्रिज से जुड़ा होता है तो वह सीधे विमान के अंदर जा सकते है। कई बार विमान टर्मिनल गेट से दूर खड़ा होता है तो बस से आपको वहां तक ले जाया जाता है।
- विमान के दरवाजे पर पहुंचते ही एयर होस्टेस आपका बोर्डिंग पास देख कर आपको बैठने का स्थान बताती हैं। सीट के ऊपर ही हैंड बैंग रखना ठीक होता है।
- विमान उडऩे से पहले एयर होस्टेस सुरक्षा नियमों का प्रदर्शन करती है। सीट बैल्ट कैसे लगाए और कैसे खोले इसकी जानकारी देती है। मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रिानिक उपकरणों को बंद करने को कहती है।
- उसके बाद विमान का कप्तान यात्रा के बारे में, मौसम और अन्य जानकारी देता है।
उड़ान के दौरान रखे सावधानी
पहली बार विमान यात्रा करने पर विमान के टेक ऑफ करते ही हवा के दवाब में बदलाव होता है। इससे कान में दर्द हो सकता है। ऐसे में कैंडी या च्यूंगम खाकर इसे काफी कम किया जा सकता है। यात्रा के दौरान किसी भी समस्या के लिए सीट के ऊपर लगी घंटी को बजा कर एयर होस्टेस बुला सकते हैं।