कालीनों में भरने लगा फिनिशिंग का रंग, भदोही में डंप कालीनों की पैंकिंग का काम शुरू
लॉकडाउन में मिली रियायत के बाद भदोही में कालीन निर्यातकों ने सावधानी व सुरक्षा के साथ काम-काज शुरू कर दिया है।
भदोही, जेएनएन। लॉकडाउन में मिली रियायत के बाद कालीन निर्यातकों ने सावधानी व सुरक्षा के साथ काम-काज शुरू कर दिया है। प्रशासन से हरी झंडी मिलने के बाद फिनिशिंग व पैकिंग जैसे कार्य होने लगे हैं। कयास हैं कि जल्द ही तैयार कालीनों का निर्यात भी शुरू होगा। वैसे अभी बड़ी कंपनियां ही आगे आई हैं। छोटे कारखानों में अभी काम शुरू नहीं हुआ है।
कोरोना के चलते कालीन उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। उद्योग को पटरी पर लाने के लिए सरकारें गंभीर हैं। पिछले दिनों लॉकडाउन के बाद भी औद्योगिक इकाइयों को संचालित करने का आदेश जारी किया गया। शासन की तय शर्तों के साथ मिली अनुमति के बाद कंपनियों की ओर से सावधानी के साथ काम शुरू किया गया। टैक्सिको कंपनी के इम्तियाज अंसारी का कहना रहा कि आर्डर वाले माल को जल्द भेजना उनकी प्राथमिकता है। कुछ ग्राहकों ने आर्डर होल्ड कर दिया है जबकि कुछ अब भी माल लेने के लिए तैयार है। चाइना व यूएसए के दो ग्राहकों से बात हुई है। कालीन तैयार है, फिनिशिंग व पैकिंग के बाद निर्यात किया जाएगा। उधर गोपीगंज के ग्लोबल ओवरसीज सहित प्रमुख कालीन कंपनियों में इसी तरह आर्डर के माल की फिनिशिंग व पैकिंग का काम हो रहा है।
सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम
कालीन कंपनियों में प्रवेश करने से पहले गेट मैन कर्मचारियों का थर्मल स्केनिंग कर रहा है। हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है। मॉस्क लगाकर ही कंपनी में प्रवेश की छूट दी जा रही है। अंदर भी फिनिशिंग, पैंकिंग में लगे लोग मॉस्क, ग्लब्स का उपयोग कर रहे हैं। अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) के पूर्व अध्यक्ष रवि पटोदिया ने बताया कि कंपनी के आसपास रहने वाले कर्मचारियों से ही काम लिया जा रहा है। निर्यातक अपनी तरफ से एहतियात बरत रहे हैं।