मीरजापुर में मंत्री का हुआ गंदगी से सामना तो चालीस हजार पाने वाले सफाई कर्मी का काटा सात दिन का वेतन
विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करने शनिवार को वित्त व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना मीरजापुर जिले में पहुंचे।
मीरजापुर, जेएनएन। विकास कार्यों की समीक्षा बैठक करने शनिवार को वित्त व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना मीरजापुर जिले में पहुंचे। इस दौरान जिला पंचायत सभागार में अधिकारियों संग बैठक कर जिले में कानून व्यवस्था से लेकर नागरिक सुविधाओं और जिले में विकास कार्यों को लेकर तैयारियां भी परखीं। वहीं मंत्री ने भी विंध्य क्षेत्र और अासपास विकास और पर्यटन की संभावनाओं का भी जायजा लिया। वहीं मौके पर पहुंचे विभागीय अधिकारियों ने भी अपने विभाग से संबंधी जानकारियां और लंबित कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया।
वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना जिला पंचायत सभागार की बैठक के बाद सीधे कोषागार का निरीक्षण करने पहुंचे। गेट से घुसते ही अलमारियों पर जमी धूल पर उनकी नजर पड़ी को नाराजगी दिखी। अधिकारी सफाई न होने की सफाई देने लगे और निरीक्षण का दायरा बढ़ता गया। अगले पटल पर पहुंचे तो खिड़की के पीछे जमी मिट्टी और धूल देखकर नाराजगी और बढ़ गई। सफाईकर्मी से पूछा कि तनख्वाह कितनी मिलती है, वह बोला 40 हजार। वित्त मंत्री ने गंदगी दिखाते हुए कहा कि इसे किसके लिए छोड़ा है।
अफसरों, कर्मियों की लापरवाही से निराश सुरेश खन्ना ने कहा हम पांच साल से कहते आ रहे हैं, स्वच्छता रखो पर यहां ये हाल है। उन्होंने सफाईकर्मी का सात दिन का वेतन काटने और डीएम से रिपोर्ट देने को कहा। अगले पटल पर फटे हुए रजिस्टर के मुड़े-चुड़े पन्ने देखकर उन्होंने कोषाधिकारी को निशाने पर लिया और पूछा कि आप कभी देखते हैं रजिस्टर, इस पर कोई जवाब नहीं मिला। रिकार्ड डाटा में कई खामियां देख वित्त मंत्री ने जिलाधिकारी से जांच करने और रिपोर्ट देने की बात कही है। धूल, मिट्टी, गंदगी, अव्यवस्था देख उन्होंने हाथ धोने के लिए पानी मांगा और कोषाधिकारी पर कार्रवाई करने की बात कहकर मेडिकल कालेज के निरीक्षण गए।