आखिर जेलर पहुंच गए उसी के पास जिससे थे खौफजदा, जानिए किस जेलर व जेल का है मामला
जिला कारागार के जेलर संजय सिंह को छुट्टी के दौरान ही शासन ने फर्रूखाबाद जिले की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से संबद्ध कर दिया
जौनपुर, जेएनएन। जिला कारागार के जेलर संजय सिंह को छुट्टी के दौरान ही शासन ने फर्रूखाबाद जिले की फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से संबद्ध कर दिया। अपर महानिदेशक पुलिस/महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा जारी इससे संबंधित आदेश गुरुवार की देर शाम जेल प्रशासन के पास आया। ऐेसे में चर्चाएं तेज हो गई कि जेलर उसी के पास पहुंच गए जिसके द्वारा रची जा रही अपनी हत्या की प्लानिंग से वह खौफजदा थे। जेल प्रशासन ही नहीं लोगों में भी इसके तरह-तरह के निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।
कभी अपराध जगत में चर्चित जिले के सुरेरी थाना क्षेत्र के कसेरू पूरेदयाल गांव निवासी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की गतवर्ष नौ जुलाई को बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिले के सत्ताधारी दल के एक वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक के करीबी रिश्तेदार संजय सिंह उस समय बागपत जेल में ही तैनात थे। हालांकि जिस दिन मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई थी, उसके कई दिन पहले से ही वह छुट्टी पर थे। इसके कुछ ही दिन बाद स्थानांतरण होने पर संजय सिंह ने जौनपुर में आकर कार्यभार संभाल लिया था। मुन्ना बजरंगी के संरक्षणदाता सपा के एक दिवंगत नेता के पुत्र इसी जेल में जमालापुर तिहरा हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे।
बजरंगी गिरोह के सदस्य और उसके खैरख्वाह के दिल-ओ-दिमाग में यह बात गहरे तक पैठ बनाए हुए हैं कि बागपत की साजिश में कहीं न कहीं संजय सिंह शामिल रहे हैं। मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने हत्या के बाद मीडिया के सामने एलानिया तौर पर साजिश रचने वालों में जिले के एक पूर्व सांसद का नाम लिया था। संजय ङ्क्षसह के रिश्तेदार से एक अन्य की निकटता जग जाहिर है। इसी के चलते बजरंगी गिरोह की आंखों में जेलर संजय सिंह खटकने लगे थे। खतरा भांपते हुए संजय सिंह की विशेष रिपोर्ट पर करीब छह महीने पहले जिलाधिकारी ने 18 शातिर अपराधियों को तीन बार में गैर जिलों की जेल में स्थानांतरित कर दिया था। इन्हीं में वह सजायाफ्ता भी था। जिसे जेलर की ही रिपोर्ट पर फतेहगढ़ सेंट्रल ट्रांसफर किया गया था। पिछले महीने जेलर संजय सिंह ने एसपी को चिटटी लिखी कि उनकी जान को खतरा है। फतेहगढ़ जेल में निरुद्ध एक कैदी वहीं से उनकी हत्या की साजिश रच रहा है। तत्कालीन एसपी विपिन कुमार मिश्र ने खुफिया तंत्र से इसकी जांच कराई। खुफिया तंत्र के दिए इनपुट में इसकी पुष्टि होने पर संजय सिंह को गनर मुहैया करा दिया गया। फिर भी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह आश्वस्त न होने के कारण संजय सिंह ने महानिदेशक कारागार को अपना स्थानांतरण कहीं और कराने के लिए प्रार्थना पत्र भेज दिया था। शासनस्तर पर विचाराधीन रहने के दौरान ही संजय सिंह मंगलवार की शाम स्टेशन छोडऩे की अनुमति के साथ 23 सितंबर तक पारिवारिक कारणों से छुट्टी पर चले गए थे। बता दें, फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में ही मुन्ना बजरंगी का हत्यारोपित सुनील राठी और मुंबई का अंडरवल्र्ड डान सुभाष ठाकुर भी निरुद्ध है।
बोले अधीक्षक
जेलर संजय सिंह ने गतदिनों महानिदेशक (जेल) को सुरक्षा की दृष्टि से अपना तबादला कहीं और किए जाने का आग्रह किया था। उन्हें फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से संबद्ध किए जाने का आदेश शासन स्तर से आ गया है।
-एके मिश्रा, अधीक्षक जिला कारागार।
जेलर को जेल में ही सजायाफ्ता ने दी थी धमकी
जिला कारागार में निरुद्ध एक विचाराधीन बंदी के मुताबिक जेल में गांजा के साथ पकड़े जाने पर एक बंदी की पिटाई पर सजायाफ्ता ने एतराज किया था। कहासुनी होने पर उसने जेलर संजय ङ्क्षसह को धमकी दी थी कि पांच मिनट के भीतर जेल में ही आपकी हत्या हो सकती है। इसी के बाद गत अप्रैल महीने में उसका फतेहगढ़ सेंट्रल जेल ट्रांसफर हो गया था।