पति ने दर्ज कराया पत्नी के प्रेमी दारोगा के खिलाफ अनिच्छित हत्या का मुकदमा
वाराणसी के सेवापुरी के जंसा थाने के दरोगा संजय दुबे की बेवफाई से क्षुब्ध होकर उनकी प्रेमिका ने आत्महत्या कर ली जिसके बाद प्रेमिका के पति ने मुकदमा दर्ज कराया है।
वाराणसी (जेएनएन) । सेवापुरी के जंसा थाने के दरोगा संजय दुबे की बेवफाई से क्षुब्ध होकर उनकी प्रेमिका बेबी सिंह 32 ने 6 नवंबर को जंसा थाना परिसर के पास जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। इसके दो दिन बाद बीएचयू के ट्रामा सेंटर में मौत हो गई थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को मृतक केपरिजनों को सौंप दिया था। इस मामले में दरोगा की प्रेमिका के पति उमेश सिंह ने जंसा थाने में दरोगा के खिलाफ अनिच्छित हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है।
वहीं दरोगा अपनी मोबाइल स्विच ऑफ करके थाने से फरार हो गए हैं। इस मामले में एसएससी आनंद कुलकर्णी ने दरोगा को निलंबित कर दिया है। जंसा पुलिस निलंबन आदेश का तामिला कराने के लिए एक सिपाही को उनके गाव भेजा है। चर्चा है कि निलंबित दरोगा को गैर जनपद स्थानातरित कर दिया गया है। मगर इस आशय का आदेश जंसा पुलिस को नहीं मिला है। बता दें कि 5 नवंबर की शाम रामेश्वर चौकी प्रभारी संजय दुबे की प्रेमिका बेबी सिंह अपने दो बच्चों के साथ रामेश्वर पुलिस चौकी पर पहुंची थीं।
उसके बाद किसी बात को लेकर दरोगा से महिला का बाद विवाद भी हुआ। फिर दोनों रात भर एक साथ रहे। मगर दोनों के बीच आपसी तालमेल नहीं हुआ। वहीं दरोगा महिला से बहाना बनाकर कहीं चले गए थे। महिला 6 नवंबर को दोपहर दरोगा को खोजते हुए जंसा थाने पर पहुंची। जहा दारोगा संजय दुबे के ऊपर प्यार में बेवफाई का आरोप लगा कर जोर जोर से चिल्लाने लगी।
थाना परिसर में दोनों के बीच जमकर कहासुनी और विवाद भी हुआ। महिला ने अपने पर्स से जहरीली दवा निकाल कर खा लिया। अचेतअवस्था में पुलिसकर्मियों ने उसे रोहनिया स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचाया। वहा हालत बिगड़ने पर उसे बीएचयू के ट्रामा सेंटर में ले जाकर भर्ती करवाया गया। जहां दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। मृतक महिला के पति लंका थानाक्षेत्र के सुंदरपुर निवासी उमेश सिंह हैं जो सेना में नौकरी करते हैं।