भोजन में स्वाद बढ़ाने वाली मेथी सेहत की है दोस्त, जानें कैसे..
मेथी मसाले के रूप में भारतीय भोजन का एक प्रमुख अंग है। ये सिर्फ भोजन में स्वाद ही नहीं बढ़ाता है बल्कि इसे खाने से सेहत भी बनती है और रोगों से मुक्ति।
वाराणसी [वंदना सिंह] । मेथी मसाले के रूप में भारतीय भोजन का एक प्रमुख अंग है। ये सिर्फ भोजन में स्वाद ही नहीं लाती बल्कि इससे सेवन से कई रोगों से निजात भी पाया जा सकता है। इसके दानों के अनगिनत स्वास्थ्य लाभ हैं। भारतीय रसोई में हर दिन महिलाएं मेथी को भोजन में भिन्न भिन्न तरह से प्रयोग करती हैं लेकिन अभी भी वे इसके गुणों से अनजान हैं। चौकाघाट स्थित राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, वाराणसी के कायचिकित्सा एवं पंचकर्म विभाग के वैद्य डा. अजय कुमार बताते हैं कि भोजन में प्रयोग किये जाने वाले मसाले सिर्फ स्वाद के लिए नहीं डाले जाते है बल्कि इनका प्रयोग करने से भोजन का पाचन सही से होता है। साथ ही पेट साफ होता है, क्योंकि इन मसालों का मुख्य गुण दीपन और पाचन होता है। मेथी की बात करें तो आयुर्वेद में पितबीजा नाम से इसका सर्वत्र उल्लेख मिलता है क्योंकि इसके बीज का रंग पीला होता है। इसका रस कटु और विपाक भी कटु होता है। कटु होने से यह कफ का नाश करता है।
मेथी के औषधीय गुण : मेथी के सही प्रयोग से हम निम्न रोगों में लाभ पा सकते हैं। मेथी फाइबर का अच्छा स्त्रोत है। अधिक फाइबर होने के कारण यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करके हार्ट डिसीज के खतरे को कम करती है। मेथी के बीजो में शुगर कम करने का गुण होता है। यह डायबिटीज पेशेंट के लिए भी रामबाण से कम नहीं है। यह शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को निकालने में मदद करती है। वजन कम करने के लिए भी मेथी का प्रयोग किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले फाइबर्स पेट संबंधित रोगों के लिए फायदेमंद होते हैं। इन बीजों में फाइटोएस्ट्रोजेन पाया जाता है , जो दूध के उत्पादन में वृद्धि के लिए सहायक है। शिशु को दूध पिलाने वाली माताओं के दूध को बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभावों के कारण अल्सरेटिव कोलाइटिस में इसका प्रयोग किया जाता है। गठिया और जोड़ संबंधित बीमारियाँ जोड़ों में सूजन की वजह से होती हैं। मेथी के एन्टी इंफ्लेमेटरी गुण गठिया से आराम दिलाने में मदद करते हैं। अधिक गर्म अर्थात पित्त प्रकृति के व्यक्तियों में इसका प्रयोग नही करना चाहिए। सुबह सुबह इसका पानी पीने से पाचन संबंधी रोग दूर होते हैं।