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शुल्क प्रतिपूर्ति के फेर में फंसा प्रवेश पत्र

वाराणसी : शुल्क प्रतिपूर्ति के फेर में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में अध्ययनरत एससी/एसटी संवर्ग

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Feb 2018 06:39 PM (IST)Updated: Fri, 23 Feb 2018 06:39 PM (IST)
शुल्क प्रतिपूर्ति के फेर में फंसा प्रवेश पत्र
शुल्क प्रतिपूर्ति के फेर में फंसा प्रवेश पत्र

वाराणसी : शुल्क प्रतिपूर्ति के फेर में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में अध्ययनरत एससी/एसटी संवर्ग के छात्रों का प्रवेश फंस गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसे छात्रों से दो दिनों के भीतर शुल्क न जमा करने पर प्रवेश पत्र रोकने की चेतावनी दी है। इसे लेकर एससी/एसटी संवर्ग के छात्रों में रोष व्याप्त है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन ने धरना-प्रदर्शन की अनुमति मांगी है।

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छात्रों का कहना है कि शासन की गाइड लाइन के अनुसार एससी/एसटी संवर्ग के छात्रों का दाखिला मात्र 100 रुपये में हुआ था। स्नातक की वार्षिक परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद दो दिनों के भीतर शुल्क जमा करने का निर्देश देना उचित नहीं है। कारण शासन से शुल्क प्रतिपूर्ति अब तक नहीं मिली है। एससी/एसटी संवर्ग के कई छात्र आर्थिक रूप से काफी कमजोर हैं। उनके लिए दो दिनों के भीतर शुल्क जमा करना संभव नहीं है। छात्रों ने प्रवेश पत्र रोकने के स्थान पर शुल्क न जमा करने पर रिजल्ट रोकने का सुझाव दिया है। साथ ही गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी सशर्त परीक्षा में बैठने की अनुमति देने का अनुरोध किया ताकि साल बर्बाद न हो सके। वहीं विवि प्रशासन का कहना है कि परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर छात्र शुल्क नहीं जमा करते हैं। ऐसे में विवि को प्रतिवर्ष लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है। कारण शुल्क प्रतिपूर्ति अब सीधे छात्रों के खाते में आती है। बहरहाल शासन से लापरवाही का खामियाजा एससी/एसटी संवर्ग के छात्र भुगत रहे हैं।


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