दो ट्रैक्टर पराली देने पर किसानों को मिलेगी गोबर खाद, सोनभद्र डीएम ने दिया भरोसा
सोनभद्र में स्थापित सरकारी निराश्रित गौवंशों के गौशालाओं में दो ट्रैक्टर पराली पहुंचाने वाले किसानों एक ट्रैक्टर गोबर की खाद मिलेगी। किसान परंपरागत खेती के बजाय कम लागत के आधार पर अधिक उत्पादकता की वैज्ञानिक खेती करके आत्म निर्भरता की ओर बढ़ें।
सोनभद्र, जेएनएन। जिले में स्थापित सरकारी निराश्रित गौवंशों के गौशालाओं में दो ट्रैक्टर पराली पहुंचाने वाले किसानों को एक ट्रैक्टर गोबर की खाद मिलेगी। किसान परंपरागत खेती के बजाय कम लागत के आधार पर अधिक उत्पादकता की वैज्ञानिक खेती करके आत्म निर्भरता की ओर बढ़ें। किसान अपनी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त करें, जिसके लिए स्थानीय बाजारों, एनआरएलएम के स्वयं सहायता समूहों से सभी समन्वय स्थापित करके आगे बढ़ें।
यह बातें जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने जिला स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी व पराली प्रबंधन गोष्ठी को संबोधित करते हुए कही। कहा कि किसान परंपरागत खेती के साथ ही रोजाना आमदनी की खेती व बागवानी पर जोर दें। किसान ज्यादा से ज्यादा उन्नतशील बीजों व जैविक खाद का उपयोग करे, इसके अलावा एनजीटी के निर्देशों का अनुपालन करते हुए धान की पराली को न जलाए। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप कम पानी वाली वैज्ञानिक खेती करते हुए आत्म निर्भर बनें। कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना, ई-मंडी, अनुदानित खाद, बीज व रसायनों का लाभ समयबद्ध तरीके से किसानों को मुहैया कराई जाए।
सरकारी मशीनरी को निर्देशित करते हुए कहा कि वह कम लागत के आधार पर अधिक उत्पादकता वाली वैज्ञानिक खेती समय से किसानों को करने के लिए जागरूक करें। समयबद्ध तरीके से उन्नतशील बीज, उर्वरक आदि मुहैया कराएं, ताकि किसान वैज्ञानिक खेती के जरिये कम खर्चे पर अधिक पैदावार करके आत्म निर्भर बनें। बताया कि सरकार ने अब सभी प्रकार की किसानों को दिये जाने वाले अनुदान राशि सीधे उनके खाते में भेज रही है।
स्टालों का किया निरीक्षण
कृषि विभाग द्वारा आयोजित किसान मेला व प्रदर्शनी का जिलाधिकारी एस. राजलिंगम व सीडीओ डा. अमित पाल शर्मा ने निरीक्षण किया। विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों के निरीक्षण के दौरान उसकी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान किसानों को मुहैया कराई जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी की। प्रदर्शनी में उद्यान विभाग, कृषि विभाग, कृषि उत्पाद, एग्रो शीड कारपोरेशन, जैविक उत्पाद, हर्बल उत्पाद, कृषि यंत्र, भूमि संरक्षण, मछली पालन, पशु पालन, नेडा, रेशम, जल निगम, प्रोबेशन, मनरेगा, आरसेटी, ग्रामोद्योग आदि रहे।
यह रहे उपस्थित
सांसद पकौड़ी लाल कोल, सीडीओ डा. अमित पाल शर्मा, उप निदेशक कृषि डीके गुप्ता, सहायक निदेशक मत्स्य विजय पाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. एके श्रीवास्तव, जिला उद्यान अधिकारी सुनील शर्मा, डिप्टी आरएमओ देवेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत सर्वेश कुमार सिंह, जिला कृषि रक्षा अधिकारी जनार्दन कटियार, सहायक निदेशक रेशम रणवीर सिंह, कृषि वैज्ञानिक डा. मदनसेन सिंह, डा. पीके सिंह, डा. शैलेंद्र सिंह, मुकेश कुमार, पंकज कुमार, लालजी तिवारी, बाबू लाल मौर्य आदि रहे।