प्रेमी की खातिर अपने पति की करा दी थी हत्या
वाराणसी में प्रेमी की खातिर महिला ने अपने पति को मौत के घाट उतरवा दिया।
वाराणसी : प्रेमी की खातिर महिला ने अपने पति को मौत के घाट उतरवा दिया। घटना के नौ महीने बाद पुलिस ने मृतक की पहचान करानी चाही तो महिला ने पति मानने से इन्कार करते हुए कहा कि वह कमाने गए हैं। इसी बीच श्वसुर व मृतक के दो बेटियों ने शव की पहचान कर महिला की करतूत को उजागर किया। चौबेपुर पुलिस ने महिला व उसके प्रेमी जैतपुरा थाना क्षेत्र के अमानउल्लापुरा निवासी पनारू को गुरुवार की रात दबोच लिया। मामले में दो वांछित पुराना पुल निवासी कमलेश व बाबू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
पुलिस लाइन स्थित नवीन सभागार में शुक्रवार को पत्रकारों से मुखातिब एसएसपी आरके भारद्वाज ने बताया कि 13 मई 2017 को चौबेपुर के वभनपुरा स्थित ईट भट्ठे के पास एक अज्ञात युवक का शव मिला था। विवेचना के बाद पता चला कि जैतपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमानउल्ला पुरा निवासी मृत युवक था। प्रकरण के मुताबिक, मोनी (काल्पनिक नाम) की दो दशक पूर्व राजाराम से शादी हुई। घर के समीप रहने वाले पनारू जो रिश्ते में देवर लगता था, उससे महिला की नजदीकी बढ़ती चली गई। बाद में जब मृतक के पिता को इसकी जानकारी हुई तो वह आग बबूला हो गए। बेटे से शिकायत के बाद घर बेचकर महिला के घर के समीप स्थित पुरानापुल सारनाथ में नया मकान ले लिया। वहां कुछ महीने रहने के बाद फिर से पनारू का आना जाना शुरू हो गया। इसको लेकर पति पत्नी में अक्सर विवाद होता रहता था। महीनों किचकिच होने के बाद महिला ने पैगम्बरपुर निवासी भाईयों कमलेश व बाबू से पति से आजिज आने की बात कही। बाद में भाईयों व पनारू ने मिलकर राजाराम को रास्ते से हटाने का फैसला लिया। रणनीति के तहत सालों ने उसे बुलाया और बाहर खूब शराब पी। बाद में वभनपुरा चौबेपुर ले जाकर बुरी तरह पीट-पीटकर मार डाला गया। पुलिस की जांच में पता चला कि युवक के प्राइवेट पार्ट पर भी कई वार किए गए थे। विवेचना के दौरान यह सामने आया कि नौ महीने बाद जब मृतक के शव की शिनाख्त को महिला के पास पुलिस पहुंची तो उसने पहचानने से ही इन्कार कर दिया। बाद में दोनों बेटियों व मृतक के पिता ने शव की पहचान कर फूट फूटकर रोने लगे। प्रेसवार्ता के दौरान एसपी ग्रामीण अमित कुमार, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह, एसपी क्राइम ज्ञानेंद्रनाथ, चौबेपुर थाना प्रभारी ओम नारायण सिंह आदि रहे।
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इकलौता बेटा था मृत युवक
मृतक राजाराम पिता के इकलौते बेटे थे। उनकी दो बहनें भी हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत पिता ने घर की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर बेटे का भविष्य सुरक्षित करना चाहा मगर बहु के कदम ने परिवार ही उजाड़ दिया।