नवजात का गला घोंट फांसी पर झूली विवाहिता, फोरेंसिक टीम ने घर को खंगाला Mau news
चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बहलोलपुर ग्राम सभा के मूसेपुर में रविवार को एक हृदय विदारक घटना से सबको झकझोर कर रख दिया।
मऊ, जेएनएन। चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बहलोलपुर ग्राम सभा के मूसेपुर में रविवार को एक हृदय विदारक घटना से सबको झकझोर कर रख दिया। बीती रात एक मां ने ममता का गला घोंटते हुए खुद फांसी पर झूल गई। एक वर्षीय नवजात पुत्री का गला घोंट 25 वर्षीय विवाहिता ने साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। सुबह जब उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो सास ने पड़ोसियों को सूचित किया। मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने जब खिड़की से अंदर देखा तो उनकी आंखें फटी रह गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व फोरेंसिक टीम ने पूरे घर को खंगाला।
वर्ष 2012 में आजमगढ़ जनपद के निजामाबाद निवासी 25 वर्षीय सीमा यादव की शादी बहलोलपुर के अजय यादव से हुई थी। इस दौरान दोनों से दो पुत्री भी है। बड़ी पुत्री पायल चार वर्ष व छोटी पुत्री परी एक वर्ष की थी। विवाहिता का पति ट्रक चलाकर परिवार पालता है। बीती रात सब सामान्य था। परिवार के सभी लोगों को खाना खिलाकर वह भी अपने कमरे में सोने चली गई। सुबह जब सास जगी तो थोड़ी देर इंतजार किया परंतु अपने कमरे से बहू नहीं निकली। सास ने आवाज भी लगाई परंतु कोई हलचल नहीं हुई। सास को कुछ अनहोनी की आशंका हुइ्र तो वह पड़ोसियों के यहां जाकर बताई। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने जब खिड़की से देखा तो उन्हें कपड़े के सहारे लटकता शव दिखा। इसकी सूचना उसके पति को भी दी गई। ट्रक छोड़कर पति भी घर आया। इसकी सूचना थाना पुलिस को दी गई। घटनास्थल से फोरेंसिक टीम ने जमीन पर पड़ी चूडिय़ां, फांसी के फंदे, दरवाजे, खिड़कियों से ङ्क्षफगर ङ्क्षप्रट के निशान लिए। मृतक के शरीर पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं मिले। मृतका के भाई मृत्युंजय ङ्क्षसह यादव ने तहरीर में अपनी बहन को मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
भाई ने लगाया दहेज के लिए हत्या का आरोप
मृतका के भाई ने कहा कि कई सालों से मेरी बहन को दहेज के लिए प्रताडि़त कर मारपीट की जाती थी। इसकी कई बार पंचायत भी हुई है। हम लोग अपनी बहन को समझाकर ससुराल भेज देते थे। वहीं 15 दिन पूर्व ही वह मायके से विदा होकर ससुराल आई थी। कहा कि शादी के बाद से ही लगातार दहेज की मांग की जाती थी।
बड़ी बेटी गई थी बुआ के गांव, बच गई जान
अब तो यह जांच का विषय है कि नवजात के साथ विवाहिता की मौत कैसे हुई। वैसे जो भी हो परंतु जिस प्रकार से नवजात शिशु का गला घोंट कर मार डाला गया वैसे अगर बड़ी बेटी भी पास होती तो शायद क्या अंजाम होता। यह बातें स्थानीय लोगों की जुबान पर तैर रही थी। गनीमत रही कि इस दौरान चार वर्षीय बड़ी बेटी कुछ दिन पूर्व ही अपनी बुआ के यहां चली गई थी।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप