अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल के नाती से मांगी रंगदारी, आरोपित को एआरटीओ कार्यालय के पास से किया गिरफ्तार
अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर बालदत्त मिश्र के नाती रजनीश मिश्र से 28 सितंबर को 20 हजार रुपये की रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। गुरुवार को पीड़ित और उनके पिता सुधाकर मिश्र एसपी से मिले।
जागरण संवाददाता, भदोही : अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर बालदत्त मिश्र के नाती रजनीश मिश्र से 28 सितंबर को 20 हजार रुपये की रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। गुरुवार को पीड़ित और उनके पिता सुधाकर मिश्र एसपी से मिले। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर ज्ञानपुर पुलिस हरकत में आ गई और आरोपित को एआरटीओ कार्यालय के पास से गिरफ्तार किया।
गोपीगंज काेतवाली क्षेत्र के कठौता गांव निवासी रजनीश मिश्र वाहन चलाने के लिए मोहित मोटर ट्रेनिंग सेंटर संचालित करते हैं। वह अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्र के नाती हैं। प्रशिक्षण केंद्र होने के कारण सहायक संभागीय कार्यालय में उनका आना जाना लगा रहता है। एसपी से शिकायत कर आरोप लगाया कि वह 27 सितंबर को सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय में गए थे।
28 सिंतबर को उसने सुबह के वक्त 20 हजार रुपये देने का दवाब
परिसर में ही वह खड़े थे शाम चार बजे धांधली करने के मामले में कार्यालय से हटाया गया एक वेंडर आया और गाली देने लगा। बोला कि कई बार हो गया लेकिन पैसा नहीं दे रहे हो। मोटरसाइकिल से आते हो, किसी दिन फार्च्यूनर चढ़ाकर हत्या कर देंगे। 28 सिंतबर को उसने सुबह के वक्त 20 हजार रुपये देने का दवाब बनाया। कहा पैसा नहीं दिए तो एआरटीओ कार्यालय मत आना, अन्यथा जान से मारे जाओगे। आरोप लगाया कि जबसे उसने धमकी दी है तब से वह कार्यालय नहीं जा रहे हैं।
एआरटीओ कार्यालय में उसका एक गैंग है। वह किसी भी समय उनकी हत्या करवा सकता है। राज्यपाल से मामला जुड़ा होने के कारण पुलिस पूरी सक्रियता से जुट गई। धमकी मिलने से परिवार के लोग दहशत में हैं। पीड़ित व उसके पिता ने एसपी को तीन पन्ने की शिकायती पत्र सौंपा। थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया आरोपित को हिरासत में लिया गया है लेकिन रंगदारी का मामला नहीं है। कुछ काम को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई थी।
परिवहन कार्यालय में एक गांव की चलती है दबगंई
परिवहन कार्यालय में एक गांव के लोगों की दबंगई चलती है। वह जोर जबरदस्ती काम कराने का दबाव बनाते हैं। कई बार कर्मचारियों पर भी हमला बोल चुके हैं। पुलिस कार्रवाई करने के बजाए मामले को ठंडा बस्ते में डाल देती है। यही कारण है कि वह आए दिन किसी न किसी को निशाना बनाते रहते हैं। यह स्थिति तब है जब कार्यालय से कुछ ही दूर पर एसपी कार्यालय है।