बलिया खाद्यान्न घोटाले का आरोपित पूर्व बीडीओ को ईओडब्ल्यू की टीम ने किया गिरफ्तार
बलिया में वर्ष 2002 से 2005 के दौरान खंड विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त रहते हुए लाखों के गबन के आरोपित को इओडब्ल्यू की टीम ने मंगलवार को भोजूबीर से गिरफ्तार किया है। पेमेंट आर्डर मास्टर रोल और खाद्यान्न वितरण रजिस्टर में कूटरचना कर फर्जी हस्ताक्षर बनवाये थे।
वाराणसी, जेएनएन। जनपद बलिया में वर्ष 2002 से 2005 के दौरान हनुमानगंज ब्लाक पर खंड विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त रहते हुए लाखों के गबन के आरोपित को इओडब्ल्यू की टीम ने मंगलवार को भोजूबीर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित पर आरोप है कि वर्ष 2002 और 2005 के मध्य केंद्र सरकार की ओर से चलाई गई सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना के तहत ग्रामीण परिवारों अतिनिर्धन,गरीब बालश्रमिकों के माता-पिता को रोजगार देकर खाद्यान्न और नकद धनराशि का भुगतान किए जाने थे।
बीडीओ ने अधिकारियों और कोटेदारों से मिलकर पेमेंट आर्डर, मास्टर रोल और खाद्यान्न वितरण रजिस्टर में कूटरचना कर मजदूरों के फर्जी हस्ताक्षर बनवाये थे। साथ ही, मास्टर रोल में मजदूरों के फर्जी नाम और पत्ता भी लिखे गए थे।इनके द्वारा विकास कार्यो मे मानको का उल्लंघन कर लगभग 14.50 लाख का खाद्यान और 15.80 लाख का नकद भुगतान केवल कागज में फर्जी तरीके से दिखाकर गबन करने का कृत्य किया गया। आरोपित के विरुद्ध थाना सुखपुरा,बलिया में वर्ष 2006 में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। तब से पुलिस को तलाश थी लेकिन आरोपित रामफेर राम निवासी ग्राम मढ़ी थाना चंदवक जनपद जौनपुर पिछले पांच वर्षों से रिटायरमेंट होने के बाद अपना मूल निवास स्थान पर न रहकर लुक छिपकर अपना ठिकाना जनपद अमेठी के करमौली थानांतर्गत बनाया था।