लाेकसभा चुनाव 2019 : सीआरपीएफ संग तीसरी आंख की नजर में 'ईवीएम' हुई सुरक्षित
प्रेक्षक जिला निर्वाचन अधिकारी की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम को सील करने के साथ 24 घंटे सीआरपीएफ के साथ स्थानीय पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
वाराणसी, जेएनएन। वाराणसी और चंदौली लोकसभा सीट के शिवपुर और अजगरा विधानसभा क्षेत्र में मतदान के बाद रविवार की देर रात पहडिय़ा मंडी के स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच 5082 बैलेट यूनिट, 2541 कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट सुरक्षित रख दिए गए। प्रेक्षक, जिला निर्वाचन अधिकारी की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम को सील करने के साथ 24 घंटे सीआरपीएफ के साथ स्थानीय पुलिस की तैनाती कर दी गई है। यहां जौनपुर के मछली शहर सुरक्षित लोकसभा सीट के पिंडरा विधानसभा क्षेत्र के 379 ईवीएम 12 मई से सीआरपीएफ के पहरे में हैं।
23 मई को मतगणना के दिन सील खुलेगा। स्ट्रांग रूम के 100 मीटर दायरे में किसी भी व्यक्ति के आने-जाने पर पूरी तरह से रोक। दायरे में सिर्फ प्रेक्षक, जिला निर्वाचन अधिकारी और निर्वाचन कार्य से जुड़े मजिस्ट्रेट जा सकते हैं। वहीं, अस्थाई बंकर बनाकर सीआरपीएफ ने मोर्चा संभाल लिया है। सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। कंट्रोल रूम से मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी दिनरात मानीटङ्क्षरग करेंगे।
प्रत्याशी भी कर कसते हैं निगरानी
पार्टी या प्रत्याशी चाहें तो ईवीएम की देखरेख में अपने अभिकर्ताओं को भी लगा सकते हैं। इसके लिए संबंधित विधानसभा क्षेत्र के सहायक रिटर्निंग अफसर (एआरओ) से अनुमति लेनी होगी। राजनीतिक पार्टियों को रहने के लिए टेंट स्ट्रांग रूम से दूर लगाया गया है। वह सिर्फ दूर से स्ट्रांग रूप पर नजर बनाए रख सकते हैं। उसके पास जाने की किसी की अनुमति नहीं है। कोई बात होने पर वे एआरओ से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
बोले अधिकारी : मतदान के बाद ईवीएम पहडिय़ा मंडी में स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच रख दिया गया है। वहां किसी के आने-जाने पर रोक है। सिर्फ मजिस्ट्रेट और सुरक्षा से जुड़े अधिकारी ही जा सकते हैं। वहां संदिग्ध व्यक्ति दिखाई पडऩे पर जवानों को गोली मारने का आदेश है। -सुरेंद्र सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी
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