कड़वा, कसैला जूस संभलकर करें सेवन, इसका ज्यादा डोज कर सकता है बीमार
टेलीविजन, सोशल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों पर आने वाले तरह तरह के जूस के विज्ञापन को देखकर हर व्यक्ति खुद को जवान और निरोग बनाने का सपना देखने लगता है।
वाराणसी [वंदना सिंह] । आजकल टेलीविजन, सोशल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों पर आने वाले तरह तरह के जूस के विज्ञापन को देखकर हर व्यक्ति खुद को जवान और निरोग बनाने का सपना देखने लगता है। ऐसे में वह अंधाधुंध इनका प्रयोग करके अपना स्वास्थ्य ठीक के वजाय खराब कर बैठता है। चौकाघाट स्थित राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, वाराणसी के कायचिकित्सा एवं पंचकर्म विभाग के वैद्य डॉ अजय कुमार ने बताया की कुछ हद तक तो इन जूस के प्रयोग से फायदा पहुंचता है लेकिन प्रतिदिन अधिक मात्रा में ये सभी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं।
ये सच है कि ताजे फलों और हरी सब्जियों के रस में प्रचुर मात्रा में विटामिन, खनिज, एंजाइम और प्राकृतिक शर्करा होती है। इसके सेवन से शरीर का इम्यून सिस्टम सक्रिय बनता है और शरीर स्वस्थ व ताकतवर बनता है। मगर कोर्ठ भी औषधि भी अधिक मात्रा में जहर हो जाती है इसे नहीं भूलना चाहिए। कच्चे फलों और हरी सब्जियों से निकाले गए रस आसानी से पच जाते हैं और उसके लगभग सभी पोषक तत्व खून में सीधे तौर पर घुल जाते हैं। जानते हैं ऐसे ही कुछ जूसों के बारे में जो फायदेमंद तो है लेकिन उनका प्रयोग संभाल कर करना चाहिए।
1-एलोवेरा जूस
इसे सामान्य भाषा में घृत कुमारी या घेकुं वार भी कहा जाता है। इसके जूस में कई प्रकार के प्रोटीन और विटामिन होते हैं जो शरीर को स्वस्थ बनाते हैं।
एलोवेरा जूस के फायदे-
1. चेहरे पर निकलने वाले कील-मुंहासे को कम करता है।
2. पेट को साफ करता है और पाचन को भी सही करता है।
3. इससे डेंड्रफ की समस्या का भी अंत होता है।
एलोवेरा जूस के नुकसान-
1. एलोवेरा के जूस के कई नुकसान भी हैं और इसकी वजह है इसमें मौजूद लैक्सेटिव। इस लैक्सेटिव के कारण बहुत लोगों को दस्त होने लगती है।
2. जूस में मौजूद लैक्सेटिव से डिहाइड्रेशन की परेशानी भी हो सकती है।
3. इसके जूस के लगातार सेवन से शरीर में पोटेशियम कि मात्रा कम हो सकती है, जिस वजह से अनियमित दिल की धड़कन और कमजोरी आ सकती है।
4. अनियमित मलत्याग की दिक्कत या आइबीएस की शिकायत हो तो एलोवेरा जूस को नहीं लेना चाहिए क्योंकि इस जूस में मौजूद लैक्सेटिव आइबीएस की शिकायत को और बढ़ा सकता है।
5. इसके अलावा यह पेट दर्द, डायरिया और लूज मोशन की परेशानी भी बढ़ा सकता है।
करेले का जूस
करेला का प्रयोग प्रतिदिन सब्जी के रूप में किया जाता है। करेला में कई औषधीय गुण भरे पड़े हैं। यह प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैगनीज, फोलेट, मैग्नीशियम, विटामिन बी, सी से भरपूर होता है।
करेला जूस के फायदे
1. करेले के जूस में बहुत कम कैलोरी होती है जो मोटापा को कम करने में सहायक होता है।
2. ब्लड को साफ करता है। रक्त की सफाई करने का एक प्राकृतिक शोधक है जो रक्त को स्वच्छ रखने में सहायक होता है।
3. इसके सेवन से शरीर स्वस्थ होने के साथ-साथ त्वचा भी मुहांसे, दाग-धब्बे की समस्या से मुक्त होता है।
4. नियमित रूप से करेले का जूस पीने से इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन,आँखों की रौशनी को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाली नजरों की कमजोरी से बचाता है।
5. करेले में मौजूद रसायन पेट के आँतों से हानिकारक कीड़ों को मरने में सहायता करता है।
6. यह लिवर को सही काम करवाता है साथ ही लिवर की बीमारियों को भी दूर करता है।
7. करेला के जूस में पाए जाने वाले केमिकल रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक होता है जिससे मधुमेह रोग में कमी होती है। यह पैंक्रियाज के इंसुलिन उत्पादन में मदद करता है ।
करेले जूस पीने से नुकसान
करेला का जूस जिस प्रकार हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है उसी प्रकार इसके गलत तरीके से या अधिक प्रयोग से इससे कई नुकसान भी हैं-
1. कुछ शोध में यह पता चला है की करेले के रस में मोमोकैरिन नामक तत्व होता है जो पीरिएड्स का फ्लो बढ़ा देता है।
2. गर्भावस्था के दौरान इसका अधिक सेवन गर्भपात का कारण हो सकता है।
3. करेले का सेवन शुगर कम करता है लेकिन आवश्यकता से अधिक रक्त में शुगर का स्तर काम होने से हाइपोग्लाइसीमिया की समस्या हो सकता है।
लौकी का जूस
सामान्य भाषा में लौकी को घीया, कद्दू भी कहते हैं और अंग्रेजी में बोटल गोर्ड के नाम से जाना जाता है।
लौकी जूस के फायदे
1. लौकी का जूस मूत्रल होता है । लौकी का जूस पीने से मूत्र विसर्जित होने में हो रही जलन की समस्या को दूर करता है।
2. लौकी का जूस पेट की अंदरूनी सफाई करता है। इसमे कुछ लैक्सेटिव पाए जाते हैं जो पेट को साफ करने में मदद करते हैं।
3. लौकी पित्त शामक होता है जिससे इसके जूस लेने से शरीर को शीतलता प्रदान करती है।
4. लौकी के जूस में कैलोरी बहुत कम होती है इसलिए डाइबिटीज के मरीजों के लिए लौकी का सेवन करना बहुत फादेमंद होता है। इससे भूख भी शांत हो जाती है और शुगर भी अधिक नही बढ़ता है।
लौकी जूस के नुकसान
लौकी के जूस के फायदे अनेक है मगर इसे सही मात्रा में लेने की जरुरत होती है । जरुरत से जादा लौकी का जूस पीने या लौकी खाने से आपको नुकसान का सामना भी करना पड़ सकता है ।
1. लौकी के जूस में अन्य किसी प्रकार की सब्जी को ना मिलाये। कड़वा लौकी के जूस का सेवन बहुत खतरनाक होता है ।
2. खाली पेट लौकी का जूस का सेवन बिल्कुल नही करे। ऐसा करने से गैस और जी मिचलाने जैसी समस्या हो सकती है।
3. गर्भवती महिलाओ को लौकी का जूस पीते समय खास सावधानियां रखनी चाहिए, गर्भवती महिलाएं द्वारा कड़वे लौकी के जूस के सेवन से गर्भपात होने का खतरा बढ़ जाता है।
नीम का पत्ते का जूस
आयुर्वेद में नीम को बहुत ही लाभकारी बताया गया है। नीम के अनगिनत स्वास्थ्यवर्द्धक फायदे होते हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि नीम का रस पीने से कई बीमारियों से मुक्त रहा जा सकता हैं।
नीम जूस के फायदे-
1. अगर आप मधुमेह के रोगी हैं तो सुबह में नीम का रस पी सकते है। इससे ब्लड शुगर नियंत्रित होता है।
2. कील-मुंहासों के अलावा नीम त्वचा संबंधी गंभीर समस्याओं के इलाज में भी काफी उपयोगी है।
3. नीम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा के दाग-धब्बों को दूर करता है जिससे त्वचा साफ दिखती है।
4. नीम के तेल में फैटी एसिड और अधिक मात्रा में विटामिन ई होता है जो बढ़ती उम्र के असर को कम करता है और चेहरे को तरोताजा रखता है।
5. नीम के एंटीफंगल प्रभाव के कारण स्किन पर इंफेक्शन नहीं होता और इसके सेवन से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
6. इसका जूस खून को साफ रखता है।
7. इसका जूस लेने से दांतो की पायरिया जैसी बीमारी में लाभ मिलता है।
नीम के जूस से नुकसान
देखा जाए तो नीम कई सारे फायदों से युक्त है लेकिन हर औषधि की ही तरह इसके भी कुछ दुष्प्रभाव मौजूद है।
1. नीम के जूस लेने की सलाह डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर नियंत्रित करने के लिए दी जाती है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने से हाइपोग्लाइसीमिया हो सकती है।
2. नीम का अधिक सेवन करने से पेट में जलन एवं एसिडिटी भी हो सकती है।