खरमास बाद भी बैंड बाजा बरात का लंबा इंतजार, अब नये संवत्सर में ही सजेगा सिर पर सेहरा
सूर्य देव गुरुवार को मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। मकर संक्राति के साथ खरमास समाप्त हो गया है। आमतौर पर इसके साथ ही शादी-विवाह समेत मांगलिक आयोजन शुरू हो जाते हैं लेकिन इस बार नए संवत्सर में ही यह योग बन पाएगा।
वाराणसी, जेएनएन। सूर्य देव गुरुवार को मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। मकर संक्राति के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा। आमतौर पर इसके साथ ही शादी-विवाह समेत मांगलिक आयोजन शुरू हो जाते हैं लेकिन इस बार नए संवत्सर में ही यह योग बन पाएगा। इसके लिए 96 दिन इंतजार करना होगा। इस बार शादी विवाह लग्न के कारक ग्रह बृहस्पति और शुक्र के अस्त होने लग्न मुहुर्त का आरंभ 22 अप्रैल से हो पाएगा।
ख्यात ज्योतिषाचार्य पं. ऋषि द्विवेदी के अनुसार 16 जनवरी की रात 2.45 बजे देव गुरु बृहस्पति अस्त हो जाएंगे जो 12 फरवरी को सुबह 10.06 बजे पर उदित होंगे। वहीं 17 फरवरी को दिन में 10.10 बजे शुक्र अस्त हो जा रहे हैं। शुक्रोदय 19 अप्रैल को प्रात: प्रात: 5.41 बजे होगा। ऐसे में 22 अप्रैल से लग्न मुहुर्त प्रारंभ होंगे जो सोलह जुलाई तक चलेंगे। इसके बाद 20 जुलाई को श्रीहरि योग निद्रा पर चले जाएंगे। चतुर्मास के कारण चार माह के लिए शादी विवाह बंद हो जाएंगे। नवंबर में 15 नवंबर को हरिप्रबोधिनी एकादशी के साथ ही 16 को चतुर्मास की समाप्ति होगी फिर लग्न मुहूूर्त 19 नवंबर से प्रारंभ होंगे।
भरपूर मिलेगी लग्न
अप्रैलः 22 से 28 तक और 30
मईः 1,2,3,7,8, 12 से 15 तक, 19 से 24 तक, 26 से 30 तक
जूनः 3, 4, 11, 15, 16, 17 से 26 तक
जुलाईः 1, 2, 3, 6, 11, 12, 13, 15, 16
कारोबार को भी झटका
बैंड बाजा बारात से जुड़े कारोबार भी अगले तीन माह तक बंद रहेंगे। कोरोना काल की भेंट चढे वर्ष 2020 का दौर 2021 में भी पीछा छोड़ता नजर नहीं आ रहा है। अब कोरोना वैक्सीन मिलने के बाद संक्रमण की दर में लगातार कमी आने के बीच अब मुहूर्त न होने की वजह से भी कारोबार मंदा होना तय है। ऐसे में विवाह के साथ ही कारोबारियों को भी सहालग के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।