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गुणकारी औषधीय पौधों से लहलहाएगी पर्यावरण की बगिया, 14 विभागों को लक्ष्य देने के लिए किया निर्देशित

रिकार्ड पौधारोपण के दौरान मीरजापुर मंडल में एक करोड़ 40 लाख 56 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे। इनमें भी गुणकारी औषधीय पौधों को वरीयता दी जाएगी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Mon, 15 Jun 2020 08:10 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jun 2020 01:35 PM (IST)
गुणकारी औषधीय पौधों से लहलहाएगी पर्यावरण की बगिया, 14 विभागों को लक्ष्य देने के लिए किया निर्देशित
गुणकारी औषधीय पौधों से लहलहाएगी पर्यावरण की बगिया, 14 विभागों को लक्ष्य देने के लिए किया निर्देशित

मीरजापुर [मनोज द्विवेदी]। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने प्रकृति के महत्व को न सिर्फ समझा दिया है बल्कि लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग भी हुए हैं। इसलिए प्रदेश सरकार द्वारा इस बार होने वाले पौधारोपण महाभियान में आम लोगों को भी जोडऩे की योजना बनाई गई है। रिकार्ड पौधारोपण के दौरान मीरजापुर मंडल में एक करोड़ 40 लाख 56 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे। इनमें भी गुणकारी सहजन व अन्य औषधीय पौधों को वरीयता दी जाएगी।

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प्रदेश सरकार इस बार भी रिकार्ड पौधारोपण कराने जा रही है। जुलाई में होने वाले इस अभियान के तहत मीरजापुर मंडल को एक करोड़ 40 लाख 56 हजार पौधे रोपने का लक्ष्य दिया गया है। मीरजापुर, भदोही व सोनभद्र जिलों के जिलाधिकारी को 14 विभागों को पौधारोपण का लक्ष्य देने के लिए निर्देशित किया गया है। जनपद में पौधारोपण के लिए पहली बैठक जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल की अध्यक्षता में हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा लक्ष्य वन विभाग को दिया गया है। जनपद के मडि़हान वन रेंज व हलिया वन रेंज में करीब 36 लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं जो अभियान के दौरान रोपे जाएंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक सभी की सहभागिता से पौधारोपण को पूरा किया जाएगा। आम लोगों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरुक करने का भी अभियाना जिला प्रशासन द्वारा चलाया जाएगा।

सहजन एक, गुण अनेक

इस बार बार सहजन का पौधा विशेष रुप से ज्यादा लगाया जाएगा क्योंकि इसे औषधीय रुप से काफी समृद्ध माना जाता है।विशेषज्ञों की मानें तो सहजन के पौधे में 92 न्यूट्रीशंस, 46 एंटीआक्सीडेंट, 36 एंटीइंफ्लामेट्री व 18 अमीनो अम्ल पाए जाते हैं।इतना ही नहीं सहजन का पत्ता दुधारु पशुओं के लिए भी लाभकारी है और इससे न सिर्फ दूध का फैट बढ़ता है बल्कि दुग्ध का उत्पादन भी 40 से 65 फीसद तक बढ़ जाता है।

हाइवे किनारे औषधीय पौधे

अधिकारियों ने बताया कि जनपद मेें हाइवे के दोनों ओर औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। इनमें अर्जुन, बबूल, आंवला, करौंदा के पौधे शामिल होंगे। साथ ही शीशम, सागौन, महुआ, आम, जामुन के पौधे भी लगाए जाएंगे। योजना के अनुसार एक साथ एक ही वैरायटी के पौधे लगेंगे और उस क्षेत्र की पहचान वे पौधे ही बनेंगे। इन पौधों की सुरक्षा के लिए विशेष रुप से तैयार किए जा रहे ट्री गाड्र्स को हाइवे किनारे लगाया जाएगा।

सजहन के क्या-क्या फायदे

- क्लोरोजेनिक एसिड मोटापे में फायदेमंद

- पत्तियों में एंटी-ट्यूमर, एंटी-कैंसर के गुण

- एंटी-डायबिटिक होने से मधुमेह में लाभ

- कैल्शियम, मैग्निशियम से हड्डी रोग में लाभ

- पत्तियों में बीटा-कैरोटिन से हृदय रोग में लाभ

- एथनोलिक्स एब्सट्रैक्ट से एनीमिया में लाभ

- क्वारसेटिन से लीवर संबंधी बीमारी में लाभ

- फल व पत्तियों में इम्युनिटी बढ़ाने के गुण

पौधारोपण के लिए विशेष योजना तैयार की गई है

पौधारोपण के लिए विशेष योजना तैयार की गई है और सभी विभागों का लक्ष्य निर्धारित कर उनसे कार्ययोजना मांगी गई है। औषधीय पौधों का रोपण व उनका संरक्षण मुख्यरुप से किया जाना है।

- सुशील कुमार पटेल, जिलाधिकारी, मीरजापुर।


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