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आजमगढ़ में बिजली की कटी केबिल से जाेखिम में पड़ सकती थी ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की जान

आजमगढ़ में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की 15 अगस्त को जान जोखिम में पड़ने की आशंका से इंजीनियराें की नींद उड़ गई। झालरों के सजावट के लिए लगी केबल कटी थी।उनके पर्सनल स्टाफ की नजर पड़ी तो कटी केबल की फोटो पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी काे भेज दी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 16 Aug 2022 10:48 PM (IST)Updated: Tue, 16 Aug 2022 10:48 PM (IST)
आजमगढ़ में बिजली की कटी केबिल से जाेखिम में पड़ सकती थी ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की जान
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की 15 अगस्त को जान जोखिम में पड़ने की आशंका से इंजीनियराें की नींद उड़ गई।

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की 15 अगस्त को जान जोखिम में पड़ने की आशंका से विद्युत इंजीनियराें की नींद उड़ गई। दरअसल, वह कलेक्ट्रेट चौराहे पर स्थापित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू विश्राम राय की प्रतिमा पर माल्यार्पण को जा पहुंचे, जहां विद्युत झालरों के सजावट के लिए लगी केबल कटी थी। उनके पर्सनल स्टाफ की नजर पड़ी तो कटी केबल की फोटो पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी काे भेज दी, जिसके बाद हड़कंप मच गया।

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वाराणसी से चीफ इंजीनियर और अधीक्षण अभियंता जांच को धमक पड़े। ऐसे में जांच रिपोर्ट सबमिट होने के बाद बिजली विभाग और नगर पालिका प्रशासन पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। हालांकि, मंत्री को वहां पहुंचना प्रोटोकाल में शामिल नहीं था।

ऊर्जा व नगर विकास मंत्री ने डा. आंबेडकर पार्क में ध्वजारोहण किए। वह करीब 12.30 बजे बाबू विश्राम राय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे ही थे कि केबल कटी होने की जानकारी हो गई। उसकी फोटो वाराणसी में बैठे प्रबंध निदेशक को मिली तो डिस्काम के चीफ इंजीनियर पीके सिंंह व अधीक्षण अभियंता एसएन गर्ग जांच को शाम में साढ़े तीन बजे पहुंच आए। दोनों अधिकारी वस्तुस्थिति देखने के बाद बैरंग हो लिए।

एमडी विद्या भूषण का कहना है कि जांच में पाया गया कि नगर पालिका प्रशासन ने विद्युत विभाग से बगैर एनओसी के प्रतिमा पर लगे झालर को जोड़ा था, जिसकी केबल कटी थी। विद्युत इंजीनियरों की लापरवाही यह है कि उनकी तरफ से यह नहीं देखा गया कि बगैर अनुमति लाइन जोड़ी कैसे गई। दोनों की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई कराई जाएगी। उधर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने पूरे मामले से यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इस तरह का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है।

लेखपाल से अभद्रता, आठ पर मुकदमा : रामभैरोपुर चरौवां में पैमाइश के दौरान लेखपाल से अभद्रता व सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने पर पुलिस ने आठ आरोपितों पर मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। कप्तानगंज थाना के रामभैरोपुर चरौवां में लेखपाल संतोष प्रताप सिंह 11 अगस्त को जमीन की पैमाइश करने गए थे। आरोप है कि उसी दौरान सुभाष यादव, श्रवण यादव समेत आठ लोगों ने विरोध करते हुए उनसे अभद्रता करते हुए सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। लेखपाल की तहरीर पर 14 अगस्त को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।


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