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वाराणसी में मुठभेड़ : मारे गए अपराधी मोनू का तकनीकी कारणों से नहीं हो सका पोस्टमार्टम

लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र में रिंग रोड ऐढ़े गांव के पास रविवार की रात पुलिस मुठभेड़ मारे गए 50 हजार के इनामी मोनू उर्फ अरविंद चौहान के शव का पोस्टमार्टम तकनीकी कारणों के चलते नहीं हो सका। हालांकि मोनू की पत्नी व मामा पीएम हाउस पहुंचे थे।

By saurabh chakravartiEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 09:20 AM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 09:20 AM (IST)
वाराणसी में मुठभेड़ : मारे गए अपराधी मोनू का तकनीकी कारणों से नहीं हो सका पोस्टमार्टम
मोनू उर्फ अरविंद चौहान के शव का पोस्टमार्टम तकनीकी कारणों के चलते नहीं हो सका।

वाराणसी, जेएनएन। लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र में रिंग रोड ऐढ़े गांव के पास रविवार की रात पुलिस मुठभेड़ मारे गए 50 हजार के इनामी मोनू उर्फ अरविंद चौहान के शव का पोस्टमार्टम तकनीकी कारणों के चलते नहीं हो सका। हालांकि मोनू की पत्नी व मामा पीएम हाउस पहुंचे थे। एसपी सिटी विकास चंद त्रिपाठी के मुताबिक फारेंसिक व अन्य वजहों से पीएम नहीं हुआ। मंगलवार को पीएम होने की उम्मीद है। उधर, मुठभेड़ के मद्देनजर एसपी सिटी ने लालपुर - पांडेयपुर थाने में मोनू के खिलाफ शस्त्र अधिनियम व मौके से अंधेरे का फायदा उठाकर फरार अनिल यादव पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस के खाने में फरार आरोपित अनिल यादव के घर का पता अज्ञात है।

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बता दें कि घड़ी व्यवसायी श्याम बिहारी मिश्रा की हत्या कर बैग सहित 20 हजार रुपये की लूट व ई रिक्शा चालक की पत्नी को गोली मारकर घायल करने के मामले में पुलिस को मोनू की तलाश थी। चोलापुर के लाखी गांव का मूल निवासी मोनू पांडेयपुर - मानसिक चिकित्सालय रोड पर रहता था। उस पर डेढ़ दर्जन संगीन मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इसी क्रम में पुलिस की तीन टीम बनाकर मोनू की घेराबंदी की गई थी। पहली टीम का नेतृत्व निरीक्षक वेद प्रकाश राय, दूसरी का सीओ क्राइम अमरेश सिंह बघेल व तीसरी टीम का नेतृत्व क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी पांडेय कर रहे थे। तीनों टीमों के जाल में मोनू फंस गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे ढेर कर दिया था। उस पर 50 हजार का इनाम था। वहीं अधिकारी इनाम राशि बढ़ाकर एक लाख करने वाले थे। उसके पास से घड़ी व्यवसायी का लूटा गया बैग भी बरामद किया गया जिसमें एटीएम कार्ड, सुलहनामा के कागजात आदि थे।

मोनू की खत्म हुई पारी, अब किट्टू की बारी

इनामी मोनू के मारे जाने के बाद जरायम की दुनिया में नए समीकरण बनने लगे हैं। इस मामले में पुलिस भले ही अपना पीठ थपथपा रही है लेकिन अपराधियों की नर्सरी में एक से बढ़कर एक कांटे बचे हैं जो कभी भी सिर उठा सकते हैं। इसी क्रम में अब पुलिस रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू की तलाश में जुट गई है। सराफा कारोबारी से 50 लाख रंगदारी मांगने का आरोपित किट्टू इस समय एक सफेदपोश की छत्रछाया में है। पुलिस का सारा जोर अब किट्टू के संपर्कों की तलाश में है। पुलिस का मानना है कि इसी से उस तक पहुंचा जा सकता है। वहीं जरायम की दुनिया यह बात भी हवा देने लगी है कि किट्टू पुलिस को चकमा देकर समर्पण भी कर सकता है। पुलिस भी इसको लेकर सजग है और कचहरी व आसपास सादे वेश में पुलिसकर्मी भी लगाए गए हैं।


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