इमरजेंसी में भी लंबी लाइन, मरीजों की फजीहत
वाराणसी में पूर्वाचल के एम्स कहे जाने वाले बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भी पर्ची कटाने के लिए मरीजों को लंबी लाइन लगानी पड़ रही है।
वाराणसी : पूर्वाचल के एम्स कहे जाने वाले बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भी मरीजों को लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। यहां आने वाले गंभीर मरीजों के लिए भी पर्ची कटाना एक लड़ाई जीतने के बराबर है। सोमवार को भी पर्ची कटाने के लिए लंबी लाइन लगी थी। जांच के पैसे जमा कराने के लिए भी तीमारदारों को धक्का-मुक्की झेलनी पड़ी। तमाम कवायदों के बाद भी बेहतर प्रबंधन के अभाव में यह समस्या दूर होने का नाम नहीं ले रही है।
इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए एक-एक मिनट बहुत मायने रखते हैं। इस बात को खुद चिकित्सक भी स्वीकारते हैं। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को इस परेशानी से बचाने के लिए बेहतर प्रबंधन नहीं किया जा रहा है। यहां ओपीडी तो दूर की बात है इमरजेंसी में पर्ची कटाने या जाच के लिए पैसा जमा कराने में मशक्कत करनी पड़ती है। हालांकि अस्पताल प्रशासन की ओर से ऑनलाइन की भी सुविधा की गई है तथा एचडीएफसी बैंक को पर्ची कटाने का जिम्मा भी दिया गया है, फिर भी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है।
हालांकि सोमवार को यह समस्या अचानक ही उत्पन्न नहीं हुई। पिछले साल से ही यह समस्या बनी हुई है। ओपीडी के समय इमरजेंसी मार्ग में जाम की एक अलग ही समस्या है। वैसे जाम की समस्या को लेकर चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीएन मिश्र ने एक प्लान बना लिया है। उनका कहना है कि इमरजेंसी मार्ग पर जाम नहीं लगे इसके लिए 15 सितंबर से एंबुलेंस को छोड़कर अन्य चार पहिया वाहन को प्रतिबंधित किया जाएगा। वार्डो में भी जांच की राशि जमा करने की व्यवस्था की जा रही।