सोनभद्र के जंगलों में देर रात हाथियों ने किया प्रवेश, मध्य प्रदेश की ओर खदेड़ा गया झुंड
आखिरकार जिस बात का भय था वही हुआ रविवार की देर रात आखिरकार हाथियों के झुंड ने सोनभद्र के जंगलों में नदी पार कर प्रवेश कर लिया।
वाराणसी, जेएनएन। आखिरकार जिस बात का भय था वही हुआ, रविवार की देर रात आखिरकार हाथियों के झुंड ने सोनभद्र के जंगलों में नदी पार कर प्रवेश कर लिया। इसके बाद काफी प्रयास के बाद हाथियों के झुंड को वापस मप्र के जंगलों में भेजा गया। हाथियों का यह उपद्रवी झुंड क्षेत्र के कई घरों को नुकसान पहुंचा चुका है। जबकि फसलों को नष्ट करने के साथ ही लोगों की जान पर संकट बनकर हाथियों का यह झुंड उप्र, मप्र ओर छत्तीसगझा में घूम रहा है।
रविवार की देर रात करीब ढाई बजे मध्य प्रदेश से बरन नदी पार कर सोनभद्र के जरहां वन क्षेत्र के सिरसोती गांव के समीप यूपी में फिर से हाथियों के झुंड ने प्रवेश किया। काफी प्रयास के बाद सुबह होते ही हाथी वापस फिर से मध्य प्रदेश के जंगलों की ओर चले गए। स्थानीय लोगों के अनुसार मध्य प्रदेश का वन विभाग हाथियों के झुंड को सोनभद्र की ओर भगाता है और सोनभद्र की टीम उनको मध्यप्रदेश में खदेड़ देती है। क्षेत्रीय लोगों ने हाथियों के झुंड को उनके प्राकृतिक निवास छत्तीसगढ़ स्थित तैमूर पिंगला हाथी अभयारण्य की ओर भगाने की की मांग की जा रही है।
इससे पूर्व साल भर में हाथियों के झुंड ने क्षेत्र में काफी तबाही मचायी है। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है और दर्जन भर से अधिक लोग हाथियों के हमले में घायल भी हो चुके हैं। वन विभाग की टीम भी काफी प्रयास कर हाथियों को खदेड़ने में लगी रहती है। हालांकि स्थानीय लोग हाथियों के उपद्रव पर स्थायी लगाम लगाने के लिए वन विभाग से कई बार निवेदन कर चुकी है। मगर भोजन की तलाश में अकसर हाथियों का झुंड सोनभद्र में आ कर तबाही मचाता रहा है।