Move to Jagran APP

वाराणसी में बिजली बिल ही लोगों को मारने लगा करंट, आए दिन गड़बड़ी से उपभोक्ता परेशान

वाराणसी में करीब तीन लाख शहरी उपभोक्ता हैं। इसमें अधिकतर के सामने नई मुसीबत आ रही है। अब करंट से ज्यादा विद्युत बिल ही लोगों को करंट मारने लगा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 26 Jun 2020 08:20 AM (IST)Updated: Fri, 26 Jun 2020 09:38 AM (IST)
वाराणसी में बिजली बिल ही लोगों को मारने लगा करंट, आए दिन गड़बड़ी से उपभोक्ता परेशान
वाराणसी में बिजली बिल ही लोगों को मारने लगा करंट, आए दिन गड़बड़ी से उपभोक्ता परेशान

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। वाराणसी में करीब तीन लाख शहरी उपभोक्ता हैं। इसमें अधिकतर के सामने नई मुसीबत आ रही है। अब करंट से ज्यादा विद्युत बिल ही लोगों को करंट मारने लगा है। उपभोक्ताओं के पास इन दिनों जो बिल आ रहे हैं वह बहुत ही अनाप-शनाप हैं। इसके कारण वे मानसिक तनाव से गुजर हैं। हालांकि विभाग बाद में संशोधित कर बिल दे रहा है। फिर भी इसे लेकर कुछ दिन तो लोग परेशान हो ही जा रहे हैं। जिनकी पहुंच हैं उनका काम तो तुरंत हो रहा है, लेकिन आम लोगों को अधीनस्थ कर्मचारियों के कोप का भाजन बनना पड़ रहा है।

loksabha election banner

सारनाथ के बुद्धा सिटी कालोनी की अलका बच्चों के साथ प्रयागराज रहती हैं। हर माह बिजली बिल भी नियमित रूप से जमा करती हैं। मई तक सब ठीक था। आठ मई को पिछले माह का बिजली का बिल मात्र 423 रुपये आया जिसे जमा भी कर दिया। जून में जो बिल आया वह करंट से कम न था। अचानक ही 33 हजार से अधिक का बिल देखकर उनके होश उड़ गए। यही नहीं यह भी संदेश दिया गया था कि 28 जून तक बिल का भुगतान नहीं किया तो कनेक्शन काट दिया जाएगा।

सेंट्रल जेल रोड स्थित कुंज बिहार कालोनी के केशव शरण के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वे भी बिल को लेकर काफी परेशान हैं। इनका भी कहना है कि वे उस घर में रहते ही नहीं है। दावा तो यह भी किया जा रहा है कि उनके द्वारा बिजली खपत ही नहीं की गई। बावजूद इसके 1650 रुपये का आ गया। हालांकि बाद में संशोधन होने के बाद वही बिल 553 रुपये का हो गया। उन्होंने बिल का भुगतान किया, लेकिन फिर से 1650 रुपये का बिल आ गया। इसे लेकर वे काफी परेशान हैं। खैर, इस तरह की परेशानी इन्हीं को नहीं है। बिल करंट से आशापुर के डंडा बनारसी, गौदौलिया के अजय उपाध्याय, घंटी मिल के वैभव सहित सैकड़ों लोग परेशान हैं।

इसकी जांच कराई जाएगी

लॉकडाउन के दौरान मीटर की रीडि़ग बंद कर प्रोविजनल बिल भेजा जा रहा था। अब रीङ्क्षडग संग बकाया जोड़कर बिल जा रहा। जिससे उपभोक्ताओं को लग रहा कि बिल ज्यादा है। वाकई में किसी गड़बड़ी से अधिक बिल आ रहा है तो इसकी जांच कराई जाएगी।

- मनोज कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियंता, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि., वाराणसी मंडल (वितरण)

बिजली उपभोक्ता

3.90 लाख उपभोक्ता हैं शहर में

1.45 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर

45 सब स्टेशन हैं शहर में

220 फीडर लगभग हैं शहर में

20 करोड़ यूनिट बिजली खपत प्रतिमाह


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.